कश्मीर में चुनावों से 72 घंटे पहले आतंकियों ने की दो नेकां कार्यकर्ताओं की हत्या
श्रीनगर। कश्मीर में स्थानीय निकाय के चुनावों के मतदान से 72 घंटे पहले आतंकियों ने दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल दी है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो कार्यकर्ता शुक्रवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी के हब्बाकदल इलाके में आतंकियों के हमले में मारे गए जबकि एक अन्य जख्मी हो गया।
हमले के बाद फरार हुए आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने शहर की नाकेबंदी कर रखी है। इस घटना की किसी भी आतंकी गुट ने जिम्मेदारी नहीं ली है। आतंकी वारदात ने निकाय चुनावों के मददेनजर श्रीनगर में किए गए कड़े सुरक्षा प्रबंधों के पुलिस एडीजीपी मुनीर अहमद खान के दावों की पोल खोल दी है।
यह वारदात शुक्रवार को आज करीब साढ़े ग्यारह बजे हब्बाकदल में करफयाली मोहल्ले में हुई है। बताया जाता है कि हब्बाकदल से नेशनल कॉन्फ्रेंस की विधायका शमीमा फिरदौस के तीन करीबी पार्टी कार्यकर्ता हब्बाकदल के करफयाली मोहल्ले में एक दुकान के सामने बैठकर आपस में बतिया रहे थे कि अचानक आतंकी वहां आए और उन्होंने तीनों पर नजदीक से गोलियों की बौछार कर दी। इसी दौरान आतंकी भी वहां से निकल गए।
कुछ लोगों के मुताबिक, आतंकियों ने एक संकरी गली से उन पर गोलियों की बौछार की है। गोलियों की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने वहां खून से लथपथ पड़े नेकां के तीनों कार्यकर्ताओं को एसएमएचएस अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने दो घायलों को मृत घोषित कर दिया।
मृतकों की पहचान 34 वर्षीय नजीर अहमद निवासी कानीकदल और 36 वर्षीय मुश्ताक अहमद वानी निवासी पालपोरा श्रीनगर के रूप में हुई है। अस्पताल में उपचाराधीन उनके तीसरे साथी का नाम शकील अहमद गनी निवासी करफयाली मोहल्ला है। उसके दाएं बाजू में गोली लगी है।
इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने नेकां कार्यकताओं की हत्या पर गहरा शोक जताया है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कहा कि नेकां कार्यकताओं की हत्या लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था का एक और सबूत है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार सुरक्षा का मुद्दा उठाया है। नेकां नेता ने आतंकी हमले में मारे गए कार्यकर्ताओं की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी गहरी संवेदना जताई है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने यह घोर निंदनीय कार्य किया है, वह कश्मीर और इस्लाम के दुश्मन हैं।
पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर नेकां कार्यकर्ताओं की हत्या पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि नेकां कार्यकर्ताओं की हत्या की खबर से मुझे बहुत दुख पहुंचा है।