ऑस्ट्रेलियाई टीम की बस पर हमला, क्या बोले मुख्यमंत्री सोनोवाल...
नई दिल्ली। गुवाहाटी में दूसरे टी-20 मैच में जीत दर्ज करने के बाद होटल वापस लौट रही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की बस पर पत्थर फेंकने की घटना की मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने निंदा की है। मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार किए ट्वीट में घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात भी कही।
सर्बानंद ने लिखा कि शानदार खेल के बाद वास्तव में यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है जिसका मकसद उभरते हुए खेल केंद्र के रूप में गुवाहाटी की प्रतिष्ठा को धूमिल करना है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने लिखा कि हम दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प करते हैं। जांच पूरी तेजी से की जा रही है और पुलिस 2 संदिग्धों को पकड़ चुकी है। मुख्यमंत्री ने मैच के दौरान दर्शकों के व्यवहार की सराहना भी की।
उन्होंने लिखा कि कल एक बेहतरीन मैच हुआ। हमारे पास सबसे बेहतरीन दर्शक थे। असम के लोगों को खेलों से बहुत प्यार है और वे दिल खोलकर मेहमाननवाजी करते हैं। हमने दर्शकों की शानदार खेल भावना देखी। दोनों टीमों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया था।
उन्होंने लिखा कि दर्शकों ने दोनों टीमों के प्रदर्शन को सराहा, जो कि असम की भारत की खेल राजधानी के रूप में बदलने के लिए लोगों की प्रतिबद्धता को व्यक्त करता है। इसलिए जो भी इस उपद्रव में शामिल हैं, उनकी एकमात्र साजिश असम को बदनाम करना और उसके तरक्की की ओर बढ़ते कदमों को रोकना था। सर्बानंद ने कहा कि गुवाहाटी में जारी फीफा के सुरक्षा इंतजामों से फीफा टीमें संतुष्ट हैं।
उन्होंने घटना पर लिखा कि असम के लोग इसे स्वीकार नहीं करते। फीफा अंडर-17 विश्व कप गुवाहाटी में जारी है। फीफा और सभी टीमों ने हमारे इंतजामों को लेकर संतुष्टि जाहिर की है। घटना को साजिश करार देते हुए उन्होंने लिखा कि असम की जनता के समर्थन से इस साजिश को वे नाकाम कर देंगे। दोषियों पर कानून का शिकंजा कसा जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एरॉन फिंच ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा करते हुए यह जानकारी दी थी। तस्वीर में बस का शीशा टूटा नजर आ रहा है।
उन्होंने लिखा कि डरावनी घटना... होटल लौटते समय बस की खिड़की पर पत्थर फेंका गया। इसके बाद खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया था कि गुवाहाटी पत्थर फेंकने की घटना हमारे सुरक्षा उपायों पर कोई सवाल खड़ा नहीं करती। ऑस्ट्रेलिया और फीफा टीमें हमारे सुरक्षा उपायों से संतुष्ट हैं। भारत एक अच्छा मेजबान बना रहेगा। (भाषा)