निठारी कांड : सुरेन्द्र कोली और मोनिंदर सिंह को फांसी की सजा
नई दिल्ली। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने आरोपी सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा सुनाई है। कोली के अलावा आरोपी मोनिंदर सिंह पंढेर को भी फांसी की सजा सुनाई गई है। इससे पहले शनिवार को गाजियाबाद कोर्ट ने सुरेंद्र कोली और मोनिंदर पंढेर को दोषी करार दिया था। कोर्ट ने उन्हें बलात्कार और हत्या की कोशिश का आरोपी माना था।
गौरतलब है कि निठारी कांड से जुड़े 6 मामले में सीबीआई कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। हालांकि साल 2015 में इलाहबाद हाईकोर्ट ने एक मामले में उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया था।
इस मामले में मिली सजा : अदालत ने दोनों को युवती के अपहरण, दुष्कर्म, हत्या एवं आपराधिक साजिश रचने का दो दिन पहले दोषी करार दिया था और आज का दिन फैसला सुनाने के लिए मुकर्रर किया था। दोनों दोषियों को फांसी के साथ 35-35 हजार रुपए का जुर्माना भी सुनाया गया।
घर में काम करने वाली युवती 5 अक्टूबर 2006 को लापता हो गई थी। निठारी कांड के आरोपी कोली और पंढेर को इस मामले में भी अभियुक्त बनाया गया था। दोनों आरोपी बहुचर्चित निठारी कांड के मुख्य अभियुक्त हैं। नोएडा सेक्टर 20 की निठारी गांव से नजदीकी कोठी नंबर डी-5 में बलात्कार और हत्याकांड से जुड़ा यह आठवां मामला है।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा : पुलिस ने 29 दिसंबर 2006 को नोएडा के निठारी स्थित मोनिंदर सिंह पंढेर के घर से 19 कंकाल बरामद किए थे। ये कंकाल महिलाओं और बच्चों के थे। मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेन्द्र कोली के खिलाफ 16 मामलों में आरोप-पत्र दाखिल किए गए थे जबकि सबूतों के अभाव में तीन मामलों को बंद कर दिया गया था।
निठारी मामले का खुलासा तब हुआ था जब 2006 में पायल नाम की एक लड़की अचानक गायब हो गई थी। जांच में पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग उसके मोबाइल से मिले। पुलिस ने उस नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई। इसमें एक नंबर पर कॉल की गई तो उसका नाम मोनिंदर सिंह पंढेर का था। जब मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेन्द्र कोली सख्ती से पूछताछ की गई तो इस भयानक आपराधिक मामले का पता चला। कई युवतियों और बच्चियों के साथ बलात्कार कर उन्हें उनकी हत्या कर पंढेर के घर में दफना दिया था।
मोनिंदर सिंह पंढेर और उसके नौकर सुरेन्द्र कोली पर आरोप था कि दोनों ने मिलकर ज्योति, पुष्पा विश्वास, नंदा देवी, पायल, रचना, हर्ष, कु. निशा, रिम्पा हलधर, सतेंद्र, दीपाली, आरती, पायल, पिंकी सरकार, अंजली, सोनी, शेख रजा खान और बीना नामक लड़कियों की हत्या कर दी थी।