मुंबई। मुंबई और इसके उपनगरीय इलाकों में आज दूसरे दिन भी भारी बारिश हुई, जिसके चलते विमान सेवाएं बड़े पैमाने पर बाधित हुईं, महानगरीय ट्रेनें विलंब से चल रही हैं और बड़ी तादाद में लोग घरों के अंदर ही रहने के लिए मजबूर हो गए।
हालांकि, इसमें किसी की मौत होने या संपत्ति को कोई बड़ा नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है। पर, भारी बारिश के मद्देनजर मुंबई महानगर क्षेत्र में स्कूल एवं कॉलेज बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
उपनगरीय रेलवे का परिचालन प्रभावित होने के चलते मुंबई के डिब्बावालों ने आज अपनी सेवाएं स्थगित कर दी। वे लोग दफ्तरों में भोजन के करीब दो लाख डिब्बे पहुंचाते हैं। वृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया, दक्षिण मुंबई, बोरीवली, कांदिवली, अंधेरी और भांडुप समेत महानगर के कई इलाकों में भारी बारिश हुई। हालांकि, शहर के किसी भी हिस्से में किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई हवाई अड्डे पर विमान सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। भारी बारिश और स्पाइस जेट की एक उड़ान के फिसल कर कीचड़ में चले जाने के बाद मुख्य हवाईपट्टी के बंद होने पर आज सुबह तक 108 उड़ानें रद्द कर दी गईं और अन्य 51 को आसपास के हवाई अड्डों पर भेज दिया गया। हवाईपट्टी को फिर से चालू करने की कोशिशें जारी हैं।
अधिकारी ने कहा कि ‘नोटिस टू एयरमैन’ अवधि को बढ़ाकर शाम छह बजे तक कर दिया गया, जिसका मतलब है कि उड़ानों का परिचालन उस वक्त तक नहीं हो सकता। बारिश के बाद कई एयरलाइनों ने यात्रियों को परामर्श जारी किए।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद मुंबई हवाई अड्डा दूसरा सबसे व्यस्तम हवाई अड्डा है, जहां से 930 उड़ानों का रोजाना संचालन होता है। हर घंटे औसतन 48 विमान उतरते हैं या उड़ान भरते हैं।
रोजाना करीब 70 लाख यात्रियों को यातायात की सुविधा मुहैया करने वाली शहर की उप नगरीय रेल प्रणाली भी प्रभावित हुई हैं। ट्रेने विलंब से चल रही हैं। निचले इलाकों में सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कोलाबा वेधशाला ने कल सुबह साढ़े आठ बजे से रात साढ़े 11 बजे तक 225. 3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सांता क्रूज वेधाशाला ने इस दौरान 303.7 मिमी बारिश दर्ज की।
मुंबई पुलिस ने रात 12 बजकर तीन मिनट और शाम 6 बजकर चार मिनट पर उच्च ज्वार की चेतावनी दी थी। हालांकि, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उच्च ज्वार के चलते जल जमाव का प्रभाव दोपहर तक खत्म हो गया और कई इलाकों में धीरे-धीरे पानी घटने लगा।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि और बारिश होने के पूर्वानुमान के बाद मछुआरों को गहरे समुद्र में नहीं उतरने की चेतावनी दी गई है। मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने बताया कि कम दूरी की कुछ ट्रेनों को कल रद्द कर दिया गया।
उदासी ने कहा कि कल रात 10 बजे तक मुख्य और हार्बर लाइनों पर हमारी सेवाओं में अंतराल ज्यादा रहा और जल जमाव वाले इलाकों में गति सीमित थी।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी हालात पर नजर रखे हुए हैं और रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) कर्मियों को स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाया गया है। पूर्वी और पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्गों पर यातायात धीमी गति से चल रहा है। (भाषा)