जब भगवान के आवागमन के लिए रोकी गईं उड़ानें
तिरुवनंतपुरम। विश्वप्रसिद्ध पद्मनाभस्वामी मंदिर की शोभायात्रा हवाई अड्डे से होकर गुजरने की सदियों पुरानी परंपरा के कारण बुधवार को यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 5 घंटे परिचालन बंद कर दिया गया। इस दौरान कुछ विमानों के समय में परिवर्तन किया गया और कुछ को रद्द कर दिया गया।
हवाई अड्डे से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मंदिर की पारंपरिक शोभायात्रा आरात्तू के लिए हवाई अड्डे से अपराह्न 4 से 9 बजे तक के लिए विमानों का आवागमन बंद कर दिया गया। इसके चलते कम से कम 4 उड़ानों के समय में परिवर्तन किया गया और 2 को रद्द कर दिया गया।
मंदिर के देवी-देवताओं की मूर्तियों को हवाई अड्डे के पीछे स्थित समुद्र में पवित्र स्नान के लिए ले जाया जाता है। इस मार्ग से शोभायात्रा तब से निकाली जा रही है, जब कि यहां हवाई अड्डा नहीं बना था। हवाई अड्डा रनवे के बंद होने से पहले हर साल 2 बार एक नोट जारी करता है। यह कार्यक्रम साल में 2 बार अक्टूबर-नवंबर और मार्च-अप्रैल के बीच आयोजित होता है।
त्रावणकोर राजघराने के वर्तमान प्रमुख मूलाराम तिरुनाल राम वर्मा ने प्रतीकात्मक रूप से शोभायात्रा की अगुवाई की। यह यात्रा मंदिर से शाम 5 बजे प्रारंभ हुई।