गुरुवार, 17 अप्रैल 2025
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. प्रादेशिक
  4. Karnataka assembly election exit poll, BJP
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , शनिवार, 12 मई 2018 (22:45 IST)

कर्नाटक में भाजपा-कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला

Karnataka assembly election
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के ज्यादातर एग्जिट पोल में कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़े मुकाबले की तस्वीर पेश करते हुए त्रिशंकु विधानसभा की संभावना जताई जा रही है। ऐसी स्थिति में जद (एस) किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है। दोनों राष्ट्रीय पार्टियों को अलग-अलग एग्जिट पोल में अलग-अलग स्थितियों में दिखाया जा रहा है।
 
रिपब्लिक टीवी-जन की बात और एबीपी-सी वोटर के एग्जिट पोल में भविष्यवाणी की गई है कि भाजपा राज्य में बड़ी पार्टी के रूप में क्रमश: 95-114 सीट और 97-109 सीटों के साथ उभरेगी। उन्होंने कांग्रेस को क्रमश: 73-82 सीटें और 87-99 दी हैं, वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के नेतृत्व वाले जद (एस) को क्रमश: 32-43 सीटें और 21-30 सीट मिलने की संभावना जताई गई है।
 
राज्य के 224 विधानसभा सीटों में से 222 विधानसभा सीटों पर शनिवार को चुनाव आयोजित हुआ। किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 113 विधायकों की जरूरत होगी। हालांकि टाइम्स नाऊ-वीएमआर और इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को राज्य की सबसे पार्टी के रूप में क्रमश: 90-103 सीट और 106-118 सीटों के साथ उभरने की संभावना जताई गई है, वहीं भाजपा को क्रमश: 80-93 और 79-82 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।
इंडिया टुडे के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस राज्य में बहुमत में आ सकती है, वहीं रिपब्लिक टीवी ने अनुमान लगाया है कि भाजपा को 50 फीसदी से ज्यादा सीटें मिल सकती है। टाइम्स नाऊ ने जद (एस) को 31-39 सीटें दी है जबकि इंडिया टुडे ने 22-30 सीटें दी है। 
 
न्यूज एक्स ने भाजपा, कांग्रेस और जद (एस) के लिए क्रमश: 102-110, 72-78 और 35-39 सीटें जीतने की संभावना जताई है। इंडिया टुडे ने कांग्रेस और भाजपा के लिए वोटों का प्रतिशत क्रमश: 39 फीसदी और 35 फीसदी दिखाया है, वहीं रिपब्लिक टीवी ने 2 पार्टियों के लिए वोटों का प्रतिशत 36 फीसदी और 38.25 दिखाया है। शनिवार शाम में ज्यादा आंकड़ों के आने के बाद न्यूज चैनल्स अपने आंकड़ों में संशोधन कर रहे हैं। (भाषा)
ये भी पढ़ें
जॉब और पैसा, दोनों पाने का रास्ता बदल गया है, कैसे?