रविवार, 29 सितम्बर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. Chief Minister Yogi Adityanath made a century of darshan in Kashi Vishwanath temple
Last Modified: रविवार, 19 मार्च 2023 (00:09 IST)

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन का बनाया शतक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन का बनाया शतक - Chief Minister Yogi Adityanath made a century of darshan in Kashi Vishwanath temple
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने नाम एक और नया रिकॉर्ड दर्ज करवा लिया है। वे सूबे के 100वीं बार बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने वाले पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने सावन में कांवड़ियों के ऊपर पुष्प वर्षा करके और राम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

संत की वेशभूषा में रहकर वे यूपी में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले पहले मुख्यमंत्री भी हैं।शनिवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी ने बाबा विश्वनाथ के मंदिर में षोडषोपचार मंत्रों के साथ लोक कल्याण और अमन-शांति भावना से निहित होकर पूजा-अर्चना की।

मिली जानकारी के मुताबिक, 2017 से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पहले और दूसरे कार्यकाल में 100 बार बाबा के दरबार में दर्शन करने वाले पहले सीएम बन गए हैं। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को 113वीं बार वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर आए इस दौरान उन्होंने शनिवार को काशी विश्वनाथ धाम में अपनी हाजिरी लगाई है।

प्रधानमंत्री का वाराणसी दौरा हो या विकास कार्यों की समीक्षा बैठक, पर योगी आदित्यनाथ बाबा के दरबार में आशीर्वाद लेने जरूर जाते हैं। इस तरह देखा जाए तो उनके 6 साल के कार्यकाल में वे 21 दिन में औसतन काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन कर लेते हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में कुर्सी संभाली और मार्च 2022 तक उन्होंने 74 बार बाबा विश्वनाथ मंदिर में जाकर माथा टेका।

बतौर मुख्यमंत्री योगी ने वाराणसी में अपना 100वां दौरा सितंबर 2022 में किया, इस दौरान काशी बाबा का उन्होंने 88वीं बार दर्शन करते हुए आशीर्वाद लिया। इसके बाद 18 मार्च 2023 तक मुख्यमंत्री योगी 12 बार काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन करते हुए शतक पूरा कर चुके हैं।
ये भी पढ़ें
World sparrow day: फुदकते हुए आंगन में लौट आओ गौरेया