उत्तरप्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने बुलंदशहर में शनिवार को मांडू गंगा घाट का उद्घाटन करने से इंकार कर दिया। साढ़े चार करोड़ की लागत से बने इस घाट के निर्माण में आजम को निरीक्षण के दौरान खामियां ही खामियां नजर आईं और उन्होंने इस पर घाट का निर्माण कराने वाले सिंचाई विभाग के एसई को जमकर फटकार लगाई।
आजम ने एसई शैलेन्द्र गौड़ को हिन्दू होने पर भी दुत्कारा। इलाके के कांग्रेस विधायक दिलनबाज खान के न्योते पर आजम इस घाट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। गंगाघाट के घटिया निर्माण पर सपा संगठन ने आजम के करीबी इस कांग्रेस विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
द्वापर युग के ऋषि मांडव के प्राचीन मंदिर के लिए विख्यात बुलंदशहर के मांडू आश्रम पर गंगा किनारे बने इस नए घाट का उद्घाटन करने आजम खान पहुंचे तो सही, लेकिन उद्घाटन की बजाय निरीक्षण किया और उद्घाटन करने से साफ इंकार कर दिया।
साढ़े चार करोड़ की लागत से 8 महीने पहले बनकर तैयार हुए इस घाट के घटिया निर्माण पर आजम ने सिंचाई विभाग के एसई शैलेन्द्र गौड़ की जमकर खबर ली। उन्होंने गंगानदी के किनारे बने इस घाट में भ्रष्टाचार का होना बताया और एसई शैलेन्द्र गौड़ को हिन्दू होने पर लानत भेजते हुए उन्हें फटकारा भी।
गंगाघाट के निर्माण में सीढ़ियों पर लगी टाइल्स के टुकड़े लगे देखकर भड़के आजम ने एसई शैलेन्द्र गौड़ को तलब करके सबके सामने उनकी क्लास लगाई तो गौड़ ने कहा कि उनकी तैनाती के पहले यह निर्माण हुआ है। आजम ने गौड़ पर कमीशनखोर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपको कमीशन नहीं मिला तो आपने काम पर ध्यान नहीं दिया। आप कैसे हिन्दू हैं। धर्म के नाम पर भी दलाली की उम्मीद रखते हैं। आजम ने गौड़ के हिन्दू होने पर छी: कहते हुए उन्हें दुत्कारा भी। आजम ने घाट पर बने टॉयलेट का भी निरीक्षण किया और उसके निर्माण की खामियां गिनाते हुए सवाल खड़े किए।
सिंचाई विभाग पर तोहमतों का बम फोड़ने वाले आजम खान ने इस फटकार में अपने प्यारे भतीजे और स्याना से कांग्रेस विधायक दिलनवाज को शामिल नहीं किया, जिन्होंने इस घाट के निर्माण के दौरान इसकी मॉनीटरिंग की थी।
दिलनवाज ही अपने चाचा और प्रदेश के मंत्री आजम खान की सिफारिश पर इस गंगा घाट के लिए यूपी सरकार के साढ़े चार करोड़ रॅपए का बजट लाए थे। दिलनवाज के मरहूम पिता और आजम खान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दिनों से पक्के दोस्त रहे हैं।
समाजवादी पार्टी नेताओं का आरोप है कि दिलनवाज ने सिंचाई विभाग के अफसरों को आजम का डर दिखाकर गंगा घाट के निर्माण में मोटा कमीशन खाया और अफसर मनमाने तरीके से घाट का निर्माण करते रहे। जिले की वरिष्ठ नेता रीता आर्या ने कांग्रेस विधायक की कमीशनखोरी की जांच की मांग की है। रीता आर्या ने कहा कि जब कांग्रेस विधायक इस प्रोजेक्ट के लिए बजट लेकर आए तो निर्माण के दौरान उस काम की मॉनीटरिंग क्यों नहीं की। रीता ने विधायक की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए उनके खिलाफ जांज किए जाने की मांग की है।
सपा के नेताओं का यह भी मानना है कि शिवपाल यादव के विभाग का निर्माण होने की वजह से आजम खान बेवजह सिंचाई विभाग को बदनाम करने के लिए भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। उद्घाटन पर विवाद खड़ा करने वाले आजम खुद तो कभी नगरपालिकाओं के विकास कार्यों का निरीक्षण करने नहीं जाते।
खुद उनके विभाग में कई बड़े घपले-घोटालों की कई ऐसी फाइलें महीनों से कार्रवाई के इंतजार में घूल फांक रही हैं, जिनमें बीजेपी के बड़े और कद्दावर नेताओं की जेल यात्रा तय है। गंगा किनारे कांग्रेस विधायक की जनसभा को संबोधित करते हुए आजम ने मंच से ही मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सवाल यह भी है कि आजम खान सपा में रहते हुए कांग्रेस विधायक और अपने भतीजे को इतना प्रमोट क्यों कर रहे हैं। बुलंदशहर में आजम के बैकअप के चलते कांग्रेस विधायक दिलनवाज ने पुलिस-प्रशासन की अफसरों की नाक में दम कर रखा है और इसका मलाल सपा नेताओं को भी है, लेकिन आजम से झगड़ा मोल लेने की हैसियत किसी में नहीं। सपाई मान रहे हैं कि शिवपाल यादव के विभाग के निर्माण पर सवाल खड़े करके आजम ने राजनैतिक विवाद को भी जन्म दे दिया है।
(सौजन्य : news18.com)