पंजाब विधानसभा चुनाव में दिग्गजों को दी पटखनी, फिर भी नहीं मिली भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह  
					
					
                                       
                  
				  				 
								 
				  
                  				  चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रतिद्वंद्वी दलों के राजनीतिक दिग्गजों को हराकर बड़े विजेताओं के रूप में उभरे आम आदमी पार्टी (आप) के कई विधायकों को मुख्यमंत्री भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली पाई है।
				  																	
									  
	 
	मंत्रिमंडल में जगह बनाने में असफल रहे आप के इन विधायकों में भदौर विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीतसिंह चन्नी को 37,558 मतों के अंतर से हराने वाले लाभ सिंह उगोके भी शामिल हैं।
				  
	 
	शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के संरक्षक प्रकाशसिंह बादल को उनकी पारंपरिक लंबी सीट पर 11,396 मतों से हराने वाले गुरमीतसिंह खुददियां भी मंत्रिमंडल में जगह पाने में असफल रहे।
				  						
						
																							
									  
	 
	उगोके आप में शामिल होने से पहले मोबाइल फोन की दुकान चलाते थे जबकि खुददियां पिछले साल कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए थे।
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	 
	अमृतसर पूर्व सीट से कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को हराने वाले सामाजिक कार्यकर्ता जीवनज्योत कौर (50) को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है।
				  																	
									  
	 
	आप उम्मीदवार अजीत पाल सिंह कोहली ने पटियाला शहरी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदरसिंह को हराया, जबकि जगदीप कंबोज ने जलालाबाद में शिअद प्रमुख सुखबीरसिंह बादल को हराया। ये दोनों नेता भी भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना सके।
				  																	
									  
	 
	अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर और सर्वजीत कौर मनुके सहित 2 बार के विधायकों में से किसी को भी मंत्री पद नहीं मिला। इस बीच पंजाब में शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में एक महिला समेत आम आदमी पार्टी (आप) के 10 विधायकों को शामिल किया गया।
				  																	
									  
	 
	राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने यहां पंजाब भवन में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन 10 मंत्रियों में से 8 पहली बार विधायक बने हैं। इन सभी ने पंजाबी भाषा में शपथ ली।
				  																	
									  				   
				   
	
		हरपाल सिंह चीमा और गुरमीत सिंह मीत हेयर को छोड़कर आठ अन्य पहली बार विधायक बने हैं। दीर्बा से विधायक चीमा ने सबसे पहले शपथ ली, उनके बाद कैबिनेट में एकमात्र महिला और मलोट से विधायक डॉ बलजीत कौर ने शपथ ली।
 				  																	
									  
		 
		कैबिनेट में मुख्यमंत्री सहित 18 पद हैं। हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस अवसर पर कार्यक्रम में मौजूद थे।
		 
		आप ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन और भाजपा-पंजाब लोक कांग्रेस-शिअद (संयुक्त) गठबंधन को पछाड़ते हुए 92 सीटें हासिल की हैं।