नवजोतसिंह सिद्धू बोले- भाजपा कैकयी, कांग्रेस कौशल्या और मैं पैदाइशी कांग्रेसी
नई दिल्ली। कांग्रेस में शामिल होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू सोमवार को पहली बार मीडिया से रूबरू हुए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने कहा कि मैं तो पैदाइशी कांग्रेसी हूं। ये मेरी घर वापसी है। सिद्धू ने कहा कि मेरे पिता ने 40 साल कांग्रेस की सेवा की। मुझे फर्क नहीं पड़ता कि लोग क्या कहेंगे। इस दौरान सिद्धू ने कांग्रेस को कौशल्या तो भाजपा को कैकेयी बताया।
सिद्धू ने कहा कि ये मेरी निजी लड़ाई नहीं है। पंजाब के स्वाभिमान की लड़ाई है। पंजाब की साख धूल में मिलाकर रख दी गई है। ड्रग्स पंजाब की सच्चाई बन गई है। ड्रग्स पंजाब के युवाओं को बर्बाद कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर तंज पर कसते हुए सिद्धू ने कहा कि भाग बादल भाग, जनता आती है।
बादल को कुर्सी खाली करनी होगी। आज पंजाब की स्थिति ये है कि इसकी दुर्गति पर फिल्में बन रही हैं। सिद्धू ने कहा कि मैं हैरान हूं कि किसी ने नहीं कहा कि ड्रग्स पंजाब की सच्चाई है। ये किसी और राज्य में नहीं है। जो पंजाब हरित क्रांति के लिए जाना जाता था, आज सफेद चिट्टे (ड्रग्स) के लिए जाना जाता है।
सिद्धू ने कहा कि पार्टियां अच्छी या बुरी नहीं होतीं। उन्हें चलाने वाले अच्छे या बुरे होते हैं। अकाली दल कभी पवित्र जमात था। आज एक जायदाद बन गया है। किसी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने से कुछ नहीं होगा, पॉलिसी से होगा। सिद्धू राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर भी निशाना साधा ने कहा कि राज्य सरकार के खजाने को लूट लिया गया है। पंजाब पर 2 लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो गया। तुम धंधा करते हो, मैं बेनकाब करूंगा। मैं तुम्हारी पोल खोलूंगा।
सिद्धू ने कहा कि मैं फिर से अपनी जड़ से जुड़ गया हूं। मेरे पिता वर्षों से कांग्रेसी थे। कांग्रेस से मेरा नाता बहुत पुराना है। मैं पैदाइशी कांग्रेसी हूं, मेरा अस्तित्व कांग्रेस से है भाजपा कैकयी है। सिद्धू ने कहा लोग कहते हैं कि सिद्धू पार्टी को मां कहता था। लेकिन मां तो कैकयी भी थी। सबको पता है मंथरा कौन है कांग्रेस में। बीजेपी के साथ मेरा कोई बड़ा मनमुटाव नहीं था, लेकिन उन्होंने गठबंधन को चुना और मैंने पंजाब को चुना।
पंजाब की आबादी में आज युवाओं की आबादी 55 प्रतिशत है। बादल परिवार ने पंजाब को खोखला कर दिया। युवाओं को दिशा देना होगा, बादल ने बेच दिया पंजाब। सिद्धू ने कहा भाग बादल भाग, कुर्सी खाली कर जनता आती है। सिद्धू अलख जगाने आया था। एक जरिया चाहिए था, एक माध्यम चाहिए था। कांग्रेस में वह जरिया और माध्यम मिल गया है। अब अलख भी जगाऊंगा और लोगों का एहसास भी जगाऊंगा।
कांग्रेस में आने पर सिद्धू ने कहा, जब बात होती है तो आपस के मतभेद मिटाए जा सकते हैं। अगर लालू-नीतीश एक हो सकते हैं तो मैं और कांग्रेस क्यों नहीं। मुझे आम आदमी पार्टी में शोपीस नहीं बनना था इसलिए कांग्रेस में आया देर आयद दुरुस्त आयद।
कैप्टन अमरिंदर के साथ मनमुटाव पर सिद्धू ने कहा कि जब लालू और नीतीश एक हो सकते हैं तो हम क्यों नहीं। सबकुछ संभव है। मैं किसी के भी साथ काम करने को तैयार हूं। जो कांग्रेस हाईकमान कहेगा, वो करूंगा। बीजेपी पर उन्होंने कहा कि मेरा बीजेपी से कोई मनमुटाव नहीं है। मैं बीजेपी में रहकर बादल के खिलाफ लड़ा। बीजेपी ने अकाली दल के साथ गठबंधन चुना, मैंने पंजाब चुना।
भाजपा छोड़ने के बाद टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज सिद्धू कभी आम आदमी पार्टी तो कभी कांग्रेस से सियासी बल्लेबाजी करने की उधेड़बुन में रहे। आखिरकार 'आप' से उनकी बात नहीं बनी, तो पंजाब कांग्रेस के कैप्टन की टीम से सियासी खेल खेलने को राजी हो गए। अपनी पत्नी को पहले ही कांग्रेस में शामिल करा दिया।