मुंबई में विपश्यना का ध्यान केंद्र पगोड़ा गौतम बुद्ध के विचारों और ज्ञान का प्रसार कर रहा है। विपासना ध्यान के शिक्षण का सार है। यहां के केंद्रीय हॉल में 8000 लोग एक साथ बैठकर ध्यान कर सकते हैं। 294 फुट ऊंचा यह पगोड़ा विश्व का सबसे बड़ा पगोड़ा है। इस पगोड़ा में बिना पिलर का हॉल है। यह 61300 वर्गफुट क्षेत्र में फैला हुआ है।
इसी में एक गुंबद की छत है जो 86 फुट ऊंची है। यहीं बुद्ध के अवशेष रखे हुए हैं। सयागू बा खिन का विश्व के सभी लोगों में विपश्यना को सक्रिय करने के लिए आभार व्यक्त किया गया। देखें तस्वीरें....