केदारनाथ के बाद बद्रीनाथ के कपाट खुले
-देहरादून से ललित भट्ट
देहरादून। केदारनाथ धाम के बाद सोमवार को भगवान बद्रीनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और शंखध्वनि के साथ भक्तों के लिए खोल दिए गए। सुबह तड़के चार बजकर पांच मिनट में विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद भगवान बद्रीविशाल के कपाट खोले गए। श्रद्धालुओं ने आकर पूजा-अर्चना की। गत वर्ष जून में आई आपदा के बाद यात्रा मार्ग समेत इन धामों में कुदरत के कहर ने भारी तबाही बरपाने के बाद राज्य सरकार के लिए यह यात्रा शुरू करना एक चुनौती बन गया था, लेकिन सरकार की अधूरी तैयारियों के बीच आखिरकार आज बद्रीनाथ के कपाट खुलने के बाद सभी चारधामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। हालांकि गत वर्ष की आपदा के बाद चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों के मन में डर के कारण अन्य वर्षों के मुकाबले तीर्थयात्रियों की आवक में कमी जरूर बताई जा रही है, लेकिन फिर कोई ऐसी घटना दुबारा न घटे इसको लेकर सरकार व स्थानीय प्रशासन के चौकन्ने होने से तीर्थयात्री दर्शन करने को उत्साहित दिख रहे हैं। बद्री-केदार मंदिर के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि मंदिर के द्वार खोले जाने के दौरान कल रात हुई बारिश के बाद बड़ी ठंड के बावजूद करीब ढाई हजार श्रद्धालु मौजूद थे जिन्होंने कतारबद्ध होकर भगवान विष्णु के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने बताया कि अब तक पूजा-अर्चना कर चुके करीब 5000 श्रद्धालुओं में से करीब 90 फीसदी तीर्थयात्री देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से आए हैं और लोगों में भगवान के दर्शन को लेकर काफी उत्साह है। रविवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के पहले दिन 1000 श्रद्धालुओं ने भगवान बद्रीनाथ के दर्शन किए थे जिनमें 100 तीर्थयात्री विभिन्न राज्यों से बाबा केदार के दर्शन को पहुंचे थे, लेकिन दोपहर में मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ जा रहे यात्रियों को पुलिस प्रशासन ने सोनप्रयाग में रोक दिया।