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Last Updated : बुधवार, 17 जुलाई 2019 (11:16 IST)

मौसम अपडेट : बिहार और असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, देशभर में NDRF की 119 टीमें तैनात

मौसम अपडेट : बिहार और असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, देशभर में NDRF की 119 टीमें तैनात - Weather updates
बिहार के 12 जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह हो चुकी है। यहां बाढ़ और जलजनित हादसों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 47 हो गया है। वहीं असम के 33 में से 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्‍य में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर देशभर में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की कुल 119 टीमें तैनात की गई हैं। इसके अलावा बारिश की संभावनाएं जिन इलाकों में ज्यादा हैं, वहां एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं। दिल्ली एनसीआर में बारिश से लोगों को उमस से राहत मिल गई है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अन्य हिस्सों में मंगलवार की सुबह से तेज धूप है।  
 
खबरों के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार रात बारिश के साथ हवाएं भी चलीं हुई, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली, यहां आज भी बारिश के आसार हैं। दिल्ली में मानसून ने 5 जुलाई को ही दस्तक दे दी थी, लेकिन उसके बाद इसकी बेरुखी बनी हुई थी। 
 
बिहार के 12 जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह हो चुकी है। नेपाल के तराई इलाके और उत्तर बिहार में बारिश के कारण राज्य के विभिन्न जिलों में बाढ़ का संकट और गहरा गया है। राज्य के 12 जिलों के 78 प्रखंडों के 555 पंचायतों में बाढ़ से हालात गंभीर हो चुके हैं, जिससे 25 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। यहां बाढ़ और जलजनित हादसों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 47 हो गया है।
 
सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, बेतिया में कई तटबंध टूटने से पानी कई नए इलाकों में घुस गया है। कटिहार में महानंदा उफान पर है। राज्य में एनडीआरएफ की 19 टीमें भेजने का निर्देश दिया है। सीतामढ़ी जिले में बागमती, लखनदेई, लाल बकेया और अधवारा समूह की नदियों का कहर जारी है। लोग हाईवे, प्रमुख सड़क, स्कूल और रेलवे पटरी पर तंबू लगा कर रह रहे हैं। दरभंगा में खिरोई नदी का पश्चिमी तटबंध सोमवार रात करीब तीन बजे मिल्की गांव के सामने ध्वस्त हो गया जिससे 16 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैं।
असम के 33 में से 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्‍य में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। एनडीआरएफ की 14 टीमें तैनात की गई हैं। बारपेटा, बोंगाईगांव, विश्वनाथ चाराली, गोलाघाट, गुवाहाटी, जोरहाट और कछार में एनडीआरएफ की एक-एक टीमें तैनात की गई हैं। वहीं धेमाजी इलाके में एनडीआरएफ की 2 टीमें तैनात की गई हैं। इन इलाकों में बाढ़ की वजह से हालत बेहद खराब है। मिजोरम में भी बाढ़ की स्थिति काफी खराब है।
 
पंजाब के बठिंडा में मंगलवार को रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई और 30 साल का रिकॉर्ड टूट गया। 20 जुलाई तक तेज बारिश के आसार हैं। बठिंडा में सड़कें तालाब बन गईं और घरों में पानी घुस गया। पटियाला में तीन से हो रही तेज बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं। लुधियाना जिले में सतलुज दरिया के साथ लगते हलकों में अलर्ट जारी किया गया है।
 
उत्तराखंड में भारी बारिश से 3 लोगों की जान चली गई, जबकि अपने चरम पर हो रही मानसूनी बारिश से राजमार्ग बंद रहे और कई जगहों पर भूस्खलन हुआ। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में कई जिलों के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ और गंगोत्री को जोड़ने वाली सड़कों के अवरूद्ध हो जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए। देहरादून और मसूरी सहित कई शहरों में हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। 
 
उत्तर प्रदेश में कल शाम हुई बारिश ने उमसभरी गर्मी से निजात दिला दी। आज भी लखनऊ समेत इसके आसपास के क्षेत्र में बादल छाए रहने के साथ बारिश के आसार हैं। अगले तीन-चार दिन फिर रुक-रुक कर झमाझम बारिश होने की उम्मीद है। पश्चिमी और मध्य उप्र में अच्छी बारिश होने की संभावना बन रही है।
 
केरल में 18 जुलाई से अगले कुछ दिनों तक बेहद भारी वर्षा की संभावना जताने के बाद इडुकी और मलप्पुरम समेत राज्य के छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में 18-20 जुलाई के दौरान बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है। दक्षिण पश्चिम मानसून का दूसरा दौर आज शुरू हो रहा है। 
 
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अन्य हिस्सों में मंगलवार की सुबह से तेज धूप है, जिससे गर्मी का असर बढ़ गया है। आज भी यहां ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। राज्य में मानसून के कमजोर पड़ने से बीते तीन दिनों से बारिश का दौर थमा हुआ है, जिससे गर्मी में बढ़ोतरी तो हुई ही है, साथ में तापमान में भी उछाल आया है। उल्‍लेखनीय है दिल्ली स्थित एनडीआरएफ के कंट्रोल रूम की निगरानी देशभर में है। मौसम विभाग के साथ भी कंट्रोल रूम की नजर लगातार बनी हुई है।