कमला (गुजरात)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में भारी इजाफे के दावे वाली मीडिया रिपोर्ट पर ‘चुप्पी’ को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने गुजरात में चुनाव प्रचार के दूसरे चरण की शुरुआत इस मुद्दे को उठाते हुए की।
समाचार वेबसाइट ‘द वायर’ की एक रिपोर्ट पर आधारित अखबारों की खबरों का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि शाह के बेटे के स्वामित्व वाली कंपनी का टर्नओवर थोड़े से समय में 16,000 गुना बढ़ गया।
राहुल ने खेड़ा जिले के कमला गांव में कहा, ‘यह अजीब बात है। 2014 में यह कंपनी कुछ नहीं थी। मोदी जी सत्ता में आए और ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ की शुरुआत की, फिर नोटबंदी और जीएसटी का कदम उठाया। इसने छोटे कारोबारियों और किसानों को तबाह कर दिया।’
प्रधानमंत्री के लिए यह परीक्षा की घड़ी है, जिसमें यह देखना है कि वह मित्रता या दलगत राजनीति या सत्यता में किसे चुनेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 एवं 2013-14 में नुकसान में रही जय शाह की टेंपल इंटरप्राइज कंपनी का केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के एक साल बाद ही 16 हजार गुना कारोबार कैसे बढ़ गया?
वह कंपनी 2014 में कुछ नहीं थी लेकिन कुछ महीनों के भीतर यह इतनी बड़ी हो गई कि इस कंपनी की कीमत 50,000 रुपए से बढ़कर 80 करोड़ रुपए हो गई।’
गुजरात में उद्यमिता का हवाला देते हुए राहुल ने सवाल किया कि क्या यहां कारोबार कर रहे लोग ऐसा (जय शाह की कंपनी की तरह) कर सकते हैं। मोदी के ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ वाले बयान का उल्लेख करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘अब अमित शाह के बेटे की कंपनी 16,000 गुना बढ़ गई तो मोदी जी खामोश हो गए।’
उन्होंने कहा, ‘मोदी जी ने एक और बात कही थी कि वह प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते, बल्कि देश के खजाने के चौकीदार बनना चाहते हैं। अब चौकीदार कहां चला गया?’
उन्होंने आरोप लगाया कि जय शाह की कंपनी के खातों में यह भी दर्शाया गया है कि 51 करोड़ रुपए की राशि विदेशों से आई है। यह राशि किन-किन देशों से तथा किस कारोबार के कारण कंपनी को मिली है, इस बारे में सरकारी एजेंसियों के कान खड़े क्यों नहीं हुए।
इसी तरह अबांनी समूह के परिमल नथवानी के समधी राजेश खंडेलवाल की कंपनी के आईएफएस फाइनेंशियल सर्विसेज ने जय शाह की कंपनी को 15.78 करोड़ रुपए का अनसिक्योर्ड ऋण दिया गया। यह ऋण देने की वजह क्या रही क्योंकि इस कंपनी ने इसके अलावा और किसी कंपनी को अनसिक्योर्ड ऋण नहीं दिया। (एजेंसियां)
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर राजग सरकार पर निशाना साधा और कहा कि माल एवं वस्तु कर (जीएसटी) की दर 18 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारत का मुकाबला चीन से है। चीन रोजाना 50,000 नौकरियां पैदा कर रहा है, लेकिन मोदी सरकार में भारत रोजाना सिर्फ 450 नौकरियां ही पैदा कर पा रहा है।
शाह को पद से हटाने की मांग : दूसरी कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीपसिंह सुरजेवाला तथा राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पुत्र की कंपनियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच उच्चतम न्यायालय के दो न्यायाधीशों के आयोग से कराने की मांग करते हुए कहा है कि निष्पक्ष जांच के लिए अमित शाह को पद से हटा देना चाहिए।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए यह परीक्षा की घड़ी है, जिसमें यह देखना है कि वह मित्रता या दलगत राजनीति या सत्यता में किसे चुनेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 एवं 2013-14 में नुकसान में रही जय शाह की टेंपल इंटरप्राइज कंपनी का केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के एक साल बाद ही 16 हजार गुणा कारोबार कैसे बढ़ गया? (एजेंसियां)