मुख्तार अंसारी की मौत पर परिवार ने उठाए सवाल, क्या बोले विपक्षी नेता?  
					
					
                                       
                  
				  				 
								 
				  
                  				  Mukhtar Ansari : पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में आतंक का पर्याय बने गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी की गुरुवार को बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अंसारी की मौत पर उनके परिजनों ने सवाल उठाए हैं। कई विपक्षी नेताओं ने भी मामले में जांच की मांग की है।
				  																	
									  				  
	मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबकतुल्लाह अंसारी ने कहा कि मीडिया के माध्यम से सूचना मिली। प्रशासन ने तो कोई सूचना नहीं दी। 18 मार्च से ही मुख्तार की तबीयत काफी खराब चल रही थी। बार-बार कहने के बावजूद कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था।
				  						
						
																							
									  
	 
	अंसारी के छोटे बेटे उमर ने कहा कि आधिकारिक रूप से मुझे कुछ नहीं बताया गया, मुझे मीडिया के जरिए इस बारे में पता चला। लेकिन अब पूरा देश सब जानता है। 2 दिन पहले मैं उनसे मिलने आया था, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई। 19 मार्च को रात के खाने में उन्हें जहर दिया गया था। हमें न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है।
				  																													
								 
 
 
  
														
																		 							
																		
									  
	 
	बसपा प्रमुख मायावती ने अपनी सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट में कहा कि मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
				  																	
									  
	 
	राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत दुखद है, उन्होंने जेल में जहर देने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
				  																	
									  
	 
	हाल ही कांग्रेस में शामिल हुए पप्पू यादव ने मुख्तार अंसारी की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए इसे हत्या बताया है। विधायक मुख्तार अंसारी जी की सांस्थानिक हत्या कानून संविधान नैसर्गिक न्याय को दफन कर देना जैसा है।
				  																	
									  
	Edited by : Nrapendra Gupta