महातूफान बिपरजॉय की तबाही को रोकने के लिए महातैयारी!
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज रात गुजरात 125 की रफ्तार से सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटीय क्षेत्र से टकराएगा। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय एक सीवर साइक्लोन है। तूफान के तट से टकराने से पहले महाराष्ट्र और गुजरात में समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। तटीय इलाकों में तूफानी हवाएं चल रही है और तेज बारिश हो रही है।
महातूफान बिपरजॉय के खतरनाक रफ्तार से तटीय इलाकों से टकराने से छोटे औऱ कमजोर घरों को बड़ा खतरा है। मौमस विज्ञानी परमेंद्र कुमार के मुताबिक 125 किमी की रफ्तार काफी खतरनाक होती है और इससे पेड़ों के उखड़ने के साथ मिट्टी या अस्थाई बने घरों को भारी नुकसान पहुंच सकता है।
महातूफान बिपरजॉय की खतरनाक रफ्तार को देखते हुए राहत और बचाव को लेकर महातैयारी की गई है। आइए सिलसिलेवार देखते है क्या है पूरी तैयारी।
1 लाख लोगों को किया गया शिफ्ट- तूफान बिपरजॉय के सबसे पहले कच्छ से तटीय इलाकों से टकराएगा। इसको देखते हुए कच्छ से 35 हजार लोगों को वहां से शिफ्ट किया गया है। इसके साथ तूफान प्रभावित क्षेत्रों से करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। महातूफान 125 प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय इलाकों से टकराएगा, इसको देखते हुए लोगों को हिदायत दी गई है कि वह घरों से बाहर नहीं निकले और सुरक्षित स्थानों पर रहे।
NDRF और SDRF ने संभाला मोर्चा- महातूफान के देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 30 टीमों को तैनात कर दिया है जो तूफान की भयवाहता को देखते हुए नावों, पेड़ काटने वालों, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं. इसके अलावा 15 टीमों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा है। चक्रवात बिपरजॉय कच्छ, पोरबंदर, द्वारका, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी को ज्यादा प्रभावित कर सकता है जिसकी वजह से NDRF की 17 और SDRF की 13 टीमें तैनात की गईं है।
महातूफान पर सेना अलर्ट मोड पर-चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते सेना भी अलर्ट मोड पर है। भारतीय तट रक्षक के उप महानिदेशक एमवी पाठक के मुताबिक नेवी के जहाज बचाव और राहत कार्य के लिए बंदरगाह पर तैनात किए हैं। 3 ऑफशोर पेट्रोल वाहन, 4 फास्ट पेट्रोल वाहन, 8 इंटरसेप्टर नाव, 3 डोर्नियर, ALH गुजरात में तैयार हैं।
भारतीय तट रक्षक और नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों के लिए जहाजों और हेलीकाप्टरों को तैनात किया है। सेना की वायु सेना और इंजीनियर टास्क फ़ोर्स इकाइयां, नावों और बचाव उपकरणों के साथ, स्टैंडबाय मोड पर हैं। इसके साथ ही विमान और हेलीकॉप्टर तट पर लगातार निगरानी कर रहे हैं। आपदा राहत दल और सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के चिकित्सा दल भी मदद के लिए तैयार खड़े हैं।
प्रभावित इलाकों में ट्रेनों की थमी रफ्तार-चक्रवात तूफान बिपरजॉय को देखते हुए 70 से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया है। तूफान को देखते हुए किसी भी हालात से निपटने के लिए रेलवे पूरी तरह से तैयार है। निगरानी के लिए RPF के 2500 जवान तैनात किए गए हैं। बिपरजॉय के मद्देनजर पश्चिम रेलवे ने वॉर रूम बनाए हैं।