शुक्रवार, 22 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. PM Modi in vande bharat train
Written By
Last Modified: शुक्रवार, 30 सितम्बर 2022 (13:03 IST)

वंदे भारत ट्रेन से कालूपुर गए पीएम मोदी, कहा- आत्मनिर्भर होते भारत के लिए बड़ा दिन

वंदे भारत ट्रेन से कालूपुर गए पीएम मोदी, कहा- आत्मनिर्भर होते भारत के लिए बड़ा दिन - PM Modi in vande bharat train
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने गांधीनगर से कालूपुर तक इस ट्रेन में सफर भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी के भारत के लिए, अर्बन कनेक्टिविटी के लिए और आत्मनिर्भर होते भारत के लिए एक बहुत बड़ा दिन है।  
 
पीएम मोदी ने कहा कि आज गांधीनगर का रेलवे स्टेशन दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट से कम नहीं है। भारत सरकार ने अहमदाबाद रेलवे स्टेशन को भी आधुनिक बनाने की स्वीकृति दे दी है।

उन्होंने कहा कि आज का भारत स्पीड को, गति को, जरूरी मानता है, तेज विकास की गारंटी मानता है। गति को लेकर ये आग्रह आज गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान में भी दिखता है, नेशनल लॉजिस्टिक्स पॉलिसी में भी दिखता है, और हमारे रेलवे की गति को बढ़ाने के अभियान में भी स्पष्ट होता है। 
 
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत को देश के शहरों से नई गति मिलने वाली है। बदलते हुए समय, बदलती हुई जरूरतों के साथ अपने शहरों को भी निरंतर आधुनिक बनाना जरूरी है। शहर में ट्रांसपोर्ट का सिसटम आधुनिक हो, सिमलैस कनेक्टिविटी हो, यातायात का एक साधन दूसरे को सपोर्ट करे, ये किया जाना आवश्यक है।
 
देश के शहरों के विकास पर इतना अधिक फोकस, इतना बड़ा निवेश इसलिए किया जा रहा है क्योंकि ये शहर, आने वाले 25 साल में विकसित भारत के निर्माण को सुनिश्चित करने वाले हैं। पुराने शहरों में सुधार और उनके विस्तार पर फोकस के साथ-साथ ऐसे नए शहरों का निर्माण भी किया जा रहा है, जो ग्लोबल बिजनेस डिमांड के अनुसार तैयार हो रहे हैं। गिफ्ट सिटी भी इस प्रकार के प्लग एंड प्ले सुविधाओं वाले शहरों का बहुत उत्तम उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि शहरों के हमारे गरीब, मिडिल क्लास के साथियों को धुएं वाली बसों से मुक्ति मिले, इसके लिए इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण और संचालन के लिए हमने FAMEयोजना शुरू की। इस योजना के तहत अभी तक देश में 7 हज़ार से अधिक इलेक्ट्रिक बसों को स्वीकृति दी जा चुकी है।

Edited by : Nrapendra Gupta