मंगलवार, 16 जुलाई 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. NCW in action on derogatory comment on widow of captain anshuman singh
Last Modified: बुधवार, 10 जुलाई 2024 (12:07 IST)

कैप्टन अंशुमन सिंह की पत्नी पर अभद्र टिप्पणी, एक्शन में NCW

smriti singh
Captain Anshuman Singh Wife : मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित कैप्टन अंशुमन सिंह की पत्नी स्मृति सिंह को लेकर सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति ने अभद्र टिप्पणी कर दी। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
 
महिला आयोग ने स्मृति सिंह के खिलाफ ऑनलाइन अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर राष्ट्रीय राजधानी के रहने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ दिल्ली पुलिस को तत्काल कार्रवाई करने को कहा है।
 
आयोग ने दिल्ली पुलिस को लिखे पत्र में विशेष कानूनी प्रावधानों का उल्लेख किया। इनमें भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 79 और सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम,2000 की धारा 67 शामिल है। इसमें यह उल्लेख किया गया है कि इन अपराधों के लिए पहली बार के अपराधियों को 3 साल तक की जेल और जुर्माना तथा दोबारा अपराध करने वालों को और कठोर दंड का प्रावधान है।
 
देवरिया के शहीद कैप्टन अंशुमन सिंह को उनकी वीरता और शहादत के लिए हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है। शहीद की मां मंजू सिंह और पत्नी स्मृति सिंह ने यह पुरस्कार लिया था।
 
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा 'एक्स' पर पोस्ट किया गया वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। वीडियो में गमगीन नजर आ रहीं स्मृति ने अपने पति को याद करते हुए बताया कि कैप्टन अंशुमन और उनके बीच पहली नजर में प्यार हुआ और फिर 8 साल तक 'लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप' में रहने के बाद उन्होंने शादी की। ALSO READ: कैप्टन अंशुमन सिंह को मरणोपरांत कीर्ति चक्र, पत्नी स्मृति ने इस तरह किया याद
 
स्मृति ने सिंह के साथ बिताए हुए प्यारे पलों को याद करते हुए कहा कि हम इंजीनियरिंग कॉलेज के पहले दिन मिले थे। एक तरह से यह पहली नजर का प्यार था। एक महीने बाद अंशुमन का सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज में चयन हो गया। वह बहुत मेधावी थे। सिर्फ एक महीने की मुलाकात के बाद हम आठ साल 'लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप' में रहे।
 
उन्होंने कहा कि फिर हमने शादी करने का फैसला किया लेकिन विवाह के दो महीने के भीतर ही उनकी तैनाती सियाचिन में हो गई। मैंने अंशुमन से 18 जुलाई को बहुत देर तक फोन पर बात की। इस दौरान हमने अगले 50 साल की योजना, अपना एक घर बनाने, बच्चों को जन्म देने और भी बहुत सारी बातें कीं, लेकिन अगले दिन जब मैं सो कर उठी तो मुझे फोन आया कि वह अब नहीं रहे। उन्होंने कहा कि वह आज तक इस गम से उबर नहीं पाई हैं।
ये भी पढ़ें
गोवा में सुरंग में पानी भरा, कोंकण रेल मार्ग पर कई ट्रेनें रद्द