• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. Mohammad Aslam Wani,
Written By
Last Modified: रविवार, 6 अगस्त 2017 (14:54 IST)

ईडी ने श्रीनगर से असलम वानी को गिरफ्तार किया

ईडी ने श्रीनगर से असलम वानी को गिरफ्तार किया - Mohammad Aslam Wani,
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रविवार को कथित हवाला डीलर मोहम्मद असलम वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार कर लिया। वानी को कश्मीरी अलगाववादी शब्बीर शाह के खिलाफ चल रहे एक दशक पुराने मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
 
जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य की पुलिस की मदद से वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया। अधिकारी ने कहा कि वानी (36) को श्रीनगर से लाया जा रहा है और उसकी हिरासत मांगने के लिए दिल्ली में उसे शाम तक विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा।
 
ईडी ने हाल ही में दिल्ली की एक अदालत से उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट हासिल किया था। एजेंसी ने इस मामले में उसकी पेशी के लिए कई समन जारी किए थे लेकिन वह कभी पेश नहीं हुआ।
 
उन्होंने कहा कि वारंट की तामील कर दी गई है और अब जांच को आगे बढ़ाने के लिए वानी का सामना शाह तथा अन्य से कराया जाएगा। शाह को भी एजेंसी ने इसी तरह 26 जुलाई को श्रीनगर से गिरफ्तार किया था। इस समय वह ईडी की हिरासत में है।
 
इन दोनों के खिलाफ ईडी की यह कार्रवाई दरअसल अगस्त 2005 के उस मामले के सिलसिले में है, जहां दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई ने वानी को गिरफ्तार किया था। वानी ने शाह को 2.15 करोड़ रुपए पहुंचाने का दावा किया था।
 
वर्ष 2010 में दिल्ली की एक अदालत ने वानी को आतंक के वित्तपोषण के आरोपों से तो बरी कर दिया था लेकिन उसे आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया था। ईडी ने धनशोधन रोकथाम कानून के तहत शाह और वानी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। वानी को 26 अगस्त 2005 को कथित तौर पर 63 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया गया था, जो पश्चिम एशिया स्थित हवाला माध्यमों से आया था। इसके अलावा उसके पास से कथित तौर पर भारी मात्रा में बारूद बरामद किया गया था।
 
पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि 50 लाख रुपए शाह को और 10 लाख रुपए श्रीनगर में जैश-ए-मुहम्मद के एरिया कमांडर अबू बकर को दिए जाने थे और बाकी राशि उसके पास थी। वानी ने यह भी कहा कि उसने पिछले वर्षों में शाह और उसके संबंधियों को कई किस्तों में लगभग 2.15 करोड़ रुपए दिए। सूत्रों ने कहा कि ईडी इस मामले में कथित आतंक वित्तपोषण के अपराध से हुए लाभों की जांच करना चाहती है। (भाषा)
ये भी पढ़ें
सुरक्षित होगा निवेश, सेबी ने लिया यह बड़ा फैसला...