नई दिल्ली। राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अब भी भारी बारिश और बाढ़ से हाल बेहाल है।
इस बीच मौसम विभाग के अधिकारियों ने पूर्वी राजस्थान के कई स्थानों पर शुक्रवार को मूसलधार बारिश की चेतानवी दी है जो पहले ही बाढ़ की चपेट में है।
पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गुजरात और ओडिशा में एनडीआरएफ और राज्य प्रशासन समेत बचाव दल बाढ़ राहत और बचाव अभियान में लगे हुए हैं।
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल और सिक्किम का पर्वतीय क्षेत्र, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गुजरात और गोवा में भारी बारिश हो सकती है।
अहमदाबाद और गांधीनगर में लगातार बारिश ने जनजीवन ठप कर दिया है और प्रमुख सड़कों पर यातायात बाधित हुआ है। गुजरात में साबरमती नदी के उफान पर चले जाने के बाद से ग्रामीण और शहरी इलाकों से 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।
अहमदाबाद के मुख्य दमकल अधिकारी एम दस्तूर ने कहा कि भारी बारिश और जलजमाव की वजह से कम से कम 20 इमारतों के हिस्से गिर पड़े।
अहमदाबाद हवाई अड्डे के निदेशक मनोज गनगल ने कहा कि बारिश की वजह से हवाई अड्डे के रनवे पर थोड़ा पानी भर गया था हालांकि इसने हवाई यातायात को प्रभावित नहीं किया।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने प्रभावित इलाकों में स्थिति का जायजा लेने के लिए दौरा किया। पंजाब के मोहाली, पटियाला और फतेहाबाद साहिब तथा हरियाणा के पंचकुला और अंबाला में भी बारिश हुई है।
पश्चिम बंगाल आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, '21 जुलाई को आई बाढ़ की वजह से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 लाख लोग प्रभावित हैं। पिछले 24 घंटे सबसे ज्यादा कठिन थे और इस दौरान चार लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।'
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हावड़ा जिले के अमता और उदयनारायण खंडों की स्थिति का जायजा लिया और कहा कि दामोदार घाटी निगम द्वारा पानी छोड़ने की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बनी है।
ओडिशा सरकार ने ढेंकानाल, जाजपुर, केंद्रपाड़ा और बालेश्वर जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है क्योंकि स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। यह नदी राजघाट पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के राउरकेला और सुंदरगढ़ के निचले इलाकों मे बाढ़ का पानी घुस गया है।
चंडीगढ़ में 120.8 मिमी बारिश हुई जो 10 साल में सबसे ज्यादा है। रिकॉर्ड तोड़ बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में जलजमाव हो गया। (भाषा)