लोकसभा चुनाव में हार से गुस्साई ममता ने बड़ा कदम उठाकर मंत्रिमंडल को हिला डाला
कोलकाता। लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस का उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं रहने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव किए।
उन्होंने राज्य सचिवालय में पत्रकारों को बताया कि पर्यावरण मंत्री सुवेंदु अधिकारी को दो और विभाग सिंचाई और जल संसाधन जांच एवं विकास विभाग भी दिए गए हैं। बनर्जी ने कहा कि ब्रात्य बसु को वन विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उनके पास पहले ही विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा बायोटेक्नॉलोजी विभाग है।
दमकल विभाग मंत्री सुजीत बोस को वन विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया है। उन्होंने बताया कि जल संसाधन जांच एवं विकास मंत्री सोमेन महापात्र को पर्यावरण एवं प्रदूषण तथा लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का प्रभार सौंपा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मलय घटक अब श्रम एवं कानून विभाग का जिम्मा संभालेंगे।
बनर्जी ने बताया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रभारी राजीव बनर्जी एससी, एसटी तथा आदिवासी मामलों के विभाग का जिम्मा भी संभालेंगे। बांकुड़ा लोकसभा सीट से भाजपा के सुभाष सरकार से हारने वाले टीएमसी के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी को फिर से पंचायत मंत्री बनाया गया है।
आवासीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य को पंचायत राज्यमंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्व वन विभाग मंत्री बिनय कृष्ण बर्मन और पश्चिमी क्षेत्र विकास मंत्री शांतिराम महतो को बिना किसी विभाग के मंत्री बनाए रखा गया है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बीच मंत्रिमंडल में फेरबदल किया गया है। पश्चिम बंगाल में भाजपा ने कुल 42 संसदीय सीटों में से 18 सीटें जीतीं, जबकि बनर्जी की टीएमसी ने उससे महज चार सीटें ज्यादा जीतीं।