कुलभूषण तक पहुंचने की 14वीं कोशिश भी खारिज
नई दिल्ली। भारत सरकार ने जहां राजनयिक माध्यम से कुलभूषण जाधव से संपर्क करने की चौदहवीं कोशिश की, लेकिन पाकिस्तानी सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेशी मामलों के सलाहकार (या विदेश मंत्री) सरताज अजीज ने कुलभूषण जाधव पर लगे सात आरोपों की सूची को पढ़कर सुनाया।
भारत की कोशिशों पर पाक ने कहा है कि जाधव के मामले में वह किसी भी तरह के दबाव में नहीं आएगा। जबकि भारतीय विदेश मंत्री का कहना है कि कुलभूषण जाधव को न्याय दिलाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है। विदित हो कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई और उन्हें इस फैसले को चुनौती देने के लिए साठ दिनों का समय दिया गया है।
भारत में यह मुद्दा संसद से लेकर सड़कों तक गूंज रहा है, वहीं जाधव से भारतीय उच्चायोग के संपर्क करने के अनुरोध को लेकर देश के 14वें प्रयास को भी पाकिस्तान ने शुक्रवार को खारिज कर दिया। वहीं पाकिस्तान के विदेश नीति प्रमुख सरताज अजीज ने कहा कि कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान के अहम प्रतिष्ठानों पर आईईडी हमला और शियाओं पर हमले सहित सात आरोप लगाए गए हैं।
अजीज ने जाधव पर लगे आरोपों की सूची को पढ़कर सुनाया। कुलभूषण के खिलाफ पाकिस्तान ने यह सात आरोप लगाए हैं-
1. बलूचिस्तान के ग्वादर तथा तुरबत में आईईडी व ग्रेनेड हमलों को प्रायोजित करने व निर्देश देने का आरोप।
2. ग्वादर जिले में जिवानी बंदरगाह के ठीक सामने समुद्र में राडार स्टेशन तथा नागरिक नौकाओं पर हमले का निर्देश देने का आरोप।
3. पाकिस्तानी, खासकर बलूचिस्तान के युवाओं को देश में विध्वंसक हमलों के लिए उकसाने के लिए अलगाववादी तथा आतंकवादी तत्वों को हवाला/हुंडी के माध्यम से वित्तीय मदद देने का आरोप।
4. बलूचिस्तान के सिबी तथा सुई इलाकों में गैस पाइपलाइनों तथा बिजली के खंभों में विस्फोट को प्रायोजित करने का आरोप।
5. क्वेटा में 2015 में विस्फोट को प्रायोजित कर बड़े पैमाने पर जान व माल का नुकसान पहुंचाने का आरोप।
6. क्वेटा में हजारा समुदाय के लोगों पर हमला तथा ईरान जा रहे और वहां से आ रहे शिया जायरीनों पर हमलों को प्रायोजित करने का आरोप।
7. तुरबत, पुंजगुर, ग्वादर, पसनी तथा जिवनी में साल 2014-15 के दौरान सुरक्षाबलों पर हमलों के लिए देश विरोधी तत्वों को उकसाने का आरोप।