PM नरेन्द्र मोदी के रहते वाराणसी में मस्जिद खड़ी रहे यह ठीक नहीं
पूर्व सांसद विनय कटियार ने कहा- अब काशी-मथुरा के लिए करना होगा आंदोलन
काशी-मथुरा में मुसलमान छोड़ें अधिकार
फायरब्रांड नेता के रूप में पहचान है कटियार की
कटियार भाजपा के सांसद भी रह चुके हैं
Former BJP MP Vinay Katiyar News: बजरंग दल के संस्थापक अध्यक्ष विनय कटियार ने साफ शब्दों में कहा है कि अच्छी बात है रामभक्त दर्शन के लिए अयोध्या आ रहे हैं, लेकिन उन्हें अब अयोध्या से काशी और मथुरा भी चलना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रहते काशी में मस्जिद खड़ी रहे, यह ठीक नहीं है। पीएम मोदी वाराणसी सीट से ही सांसद हैं।
राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी अहम भूमिका निभाने वाले विनय कटियार 1991, 1996 और 1999 मे 10वीं, 11वीं और 13वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं। वे राज्यसभा में भी भाजपा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वेबदुनिया से बातचीत करते हुए कट्टर हिन्दूवादी नेता कटियार ने कहा कि अयोध्या राम भक्त आ रहे हैं और अभी आना भी चाहिए। लगातार रामलला के दर्शन होते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि राम भक्तों को अयोध्या से प्रेरणा लेकर मथुरा और काशी भी चलना है। जिस दिन काशी-मथुरा का आह्वान हो तो सभी रामभक्त वहां रहें। कटियार ने कहा कि मथुरा व काशी के लिए सहज रणनीति है। मुसलमानों को अपना अधिकार उस स्थान पर से छोड़ देना चाहिए। उस स्थान पर मंदिर है। हमारे मंदिरों में पूजा हो, शंख, घंटा-घड़ियाल बजे यह हम चाहते हैं।
कटियार ने वेबदुनिया से बातचीत में कहा कि जैसे अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए, बढ़िया काम हुआ। रामजी का भव्य मंदिर बन गया, शिखर अभी बाकी है, वो भी हो जाएगा। राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने से पूरी दुनिया में अच्छा संदेश जा रहा है। जिस समय रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई उसी समय से पूरे विश्व में ये समाचार चला गया।
बाबरी विधवंस हिन्दुओ के लिए गौरव की बात : कटियार राम मंदिर आंदोलन की नीति निर्माताओं में से भी एक रहे हैं। चरणबद्ध आंदोलन भी चलाया गया। वे विवादित ढांचे को तोड़ने के मामले में भी आरोपी रहे। फायरब्रांड नेता के रूप में पहचान रखने वाले कटियार यूपी भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि बाबरी विधवंस हिन्दुओ के लिए गौरव की बात है।
उन्होंने कहा कि भारत में धीरे-धीरे सनातन धर्म की वापसी हो रही है। भारत में जो शिथिलता आ गई थी, वही कट्टरता के रूप में स्थापित करना है। कटियार ने साफ तौर पर कहा कि काशी पहले जाने की जरूरत है। क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी वहां का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके रहते हुए वहां मस्जिद खड़ी रहे, ये तो ठीक नहीं है।
कटियार ने कहा कि जिस प्रकार से राम जन्मभूमि की रणनीति बनी थी, वैसी वहां की भी रहेगी। हालांकि काशी और अयोध्या में अंतर है। काशी में मंदिर खड़ा है, जबकि अयोध्या में मंदिर नहीं बन पाया था। इस मामले में सभी के साथ चर्चा होगी, मोदी जी काशी के सांसद हैं। उन्होंने कहा कि सभी जगह आंदोलन की जरूरत पड़ेगी। बिना आंदोलन के कुछ होने वाला नहीं है, वार्ता से कुछ होने वाला नहीं है।