ISRO आज छोड़ेगा ताकतवर रक्षा सैटेलाइट, बनेगा अंतरिक्ष में भारत की दूसरी खुफिया आंख, PSLV रॉकेट की 50वीं उड़ान
चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आज देश के एक नए जासूसी उपग्रह रीसैट-2बीआर1 (RISAT2BR1) और 9 विदेशी उपग्रहों को लांच करेगा। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से यह उपग्रह लांच किया जाएगा।
श्री हरिकोटा से यह 50वीं लांचिंग होगी। लांचिंग के लिए काउंटडाउन मंगलवार शाम 4.40 बजे शुरू हो चुका है। रॉकेट पीएसएलवी-सी48 दोपहर 3.25 बजे RISAT2BR1 के साथ उड़ान भरेगा। PSLV रॉकेट की यह 50वीं उड़ान है।
RISAT2BR1 एक रडार इमेजिंग निगरानी उपग्रह है। इस उपग्रह का वजन 628 किलोग्राम है। यह उपग्रह बादलों और घने अंधेरे में भी साफ तस्वीरें ले सकेगा। इसमें लगे खास सेंसरों के चलते सीमापार आतंकियों के जमावड़े की भी सूचना पहले ही मिल जाएगी।
साथ ही सीमापार की गतिविधियों का विश्लेषण भी आसान हो जाएगा। 22 मई को लांच की गई आरआईसैट-2बी पहले से ही देश की खुफिया आंख के तौर पर निगरानी का काम कर रही है।
भारतीय उपग्रह को 576 किमी कक्षा में रखा जाएगा और इसकी उम्र 5 साल होगी। यह भारतीय उपग्रह अपने साथ 9 छोटे उपग्रहों को ले जाएगा। इनमें इजराइल, इटली, जापान का एक-एक और अमेरिका के 6 उपग्रह शामिल होंगे।
इन विदेशी उपग्रहों को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लांच किया जा रहा है। इसरो के मुताबिक उपग्रहों को पीएलएलवी-क्यूएल वैरिएंट द्वारा ले जाया जाएगा।
रॉकेट में चार स्ट्रैप-ऑन मोटर्स होंगे और यह उड़ान इस रॉकेट संस्करण के लिए दूसरी अंतरिक्ष यात्रा होगी। इसरो ने अब तक 310 विदेशी उपग्रहों को कक्षा में प्रवेश कराया और अगर 11 दिसंबर का मिशन सफल हुआ तो यह संख्या 319 हो जाएगी।