• Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. राष्ट्रीय
  4. India reduces gap with China on prosperity: Study
Written By
Last Modified: नई दिल्ली , मंगलवार, 12 दिसंबर 2017 (14:38 IST)

भारत और समृद्ध हुआ, चीन के मुकाबले स्थिति सुधरी

भारत और समृद्ध हुआ, चीन के मुकाबले स्थिति सुधरी - India reduces gap with China on prosperity: Study
नई दिल्ली। भारत ने समृद्धि सूचकांक में 2012 के मुकाबले चार स्थानों की छलांग लगाई है। इसके साथ ही भारत समृद्धि के मामले में चीन से अब मात्र 10 स्थान ही पीछे है। भारत इस सूची में 100वें स्थान पर है, जबकि चीन 90वें स्थान पर है। 
 
लंदन स्थित लेगातुम इंस्टिट्यूट के प्रॉस्पेरिटी इंडेक्स के मुताबिक समृद्धि के मामले में भारत 2012 की तुलना में 2016 में चार स्थान ऊपर चढ़ गया है। लेगातुम रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इस वर्ष नोटबंदी और जीएसटी लागू किए जाने से जीडीपी ग्रोथ को झटका लगा है लेकिन इसके बावजूद समृद्धि सूचकांक में इसका ऊपर चढ़ना खास मायने रखता है। 
 
रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में भारत ने आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र में शानदार प्रगति की है। इंडेक्स तैयार करने में 149 देशों को 104 विभिन्न पैमानों पर परखा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन आर्थिक मोर्चे पर कमजोर पड़ा है क्योंकि लोग व्यापार करने में ज्यादा बाधाएं और प्रतिस्पर्धा के लिए कम प्रोत्साहन महसूस कर रहे हैं। 
 
रिपोर्ट की मानें तो 2017 में पूरी दुनिया में समृद्धि बढ़ी है, लेकिन एशिया-प्रशांत क्षेत्र में यह बढ़त ज्यादा अच्छी है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन और भारत ने बिजनेस एनवायरमेंट के मामले में शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि प्राकृतिक वातावरण में इनका सबसे खराब प्रदर्शन रहा। इस रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक समृद्धि के मामले में अब भारत और चीन के बीच की खाई और कम हुई है। 
 
समृद्धि सूचकांक के लिए बिजनेस एनवायर्नमेंट (व्यावसायिक माहौल), गवर्नेंस (शासन-प्रशासन), एजुकेशन (शिक्षा), हेल्थ (स्वास्थ्य), सेफ्टी एंड सिक्योरिटी (सुरक्षा एवं संरक्षा), पर्सनल फ्रीडम (व्यक्तिगत स्वतंत्रता), सोशल कैपिटल (सामाजिक पूंजी) और नैचुरल एनवायर्नमेंट (प्राकृतिक वातावरण) की समीक्षा की गई। लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स, टुफ्ट्स यूनिवर्सिटी, ब्रूकिंग्स इंस्टिट्यूशंस और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया, सैन डिएगो जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से विभिन्न विषयों के जानकारों के एक पैनल ने इन नौ पैमानों पर देशों के प्रदर्शन की समीक्षा की।
ये भी पढ़ें
गुजरात में उठा सवाल, लोगों को चाहिए अच्छी नौकरियां...