देशभर में पतियों की लगातार हो रही हत्याएं। कभी ड्रम में पति की लाश तो कभी हनीमून के बहाने हत्या। कभी शादी के बाद अफेयर, धोखा और फिर मर्डर। तो कभी जहर देकर या सांप कटवा के पति की हत्या। कुल मिलाकर अवैध रिश्तों या एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को लेकर औरतें अब खुलकर सामने आने लगी हैं। यह हमारे समाज के एक हिस्से की स्याह हकीकत है। इन तमाम वारदातों के चलते समाज में लगातार रिश्ते टूट रहे हैं और भरोसा दरक रहा है। हालात यह हैं कि लोग इतना डर गए हैं कि शादी से पहले कई परिवार अपने होने वाले रिश्तेदारों की जासूसी करवा रहे हैं।
वेबदुनिया पड़ताल में प्री- मैरिज जासूसी कराने के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं।
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इंदौर में रोज 15 से 20 परिवार जासूसी के लिए पहुंच रहे डिटेक्टिव के पास
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जून में एक ही जासूस के पास सबसे ज्यादा 18 केस आए
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3-4 रजिस्टर्ड डिटेक्टिव एजेंसियां इंदौर में कर रही काम
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बगैर पंजीयन के भी कई लोग कर रहे जासूसी का धंधा
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इंदौर में सोनम राजा केस समेत कई शहरों में पति की हत्या के बाद बना नया ट्रेंड
देशभर में बढ़ रहे जासूसी के मामले : वेबदुनिया ने इंदौर में संचालित हो रही जासूसी एजेंसियों से संपर्क किया तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। एजेंसियों के मुताबिक इंदौर समेत पूरे देश में अपनों की जासूसी कराने के मामलों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। हालात यह है कि किसी को किसी पर भरोसा ही नहीं रहा, सभी एक दूसरे की जासूसी करा रहे हैं। जासूसी में सबसे ज्यादा उछाल मेट्रीमोनियल, प्री- मेट्रीमोनियल और पोस्ट मेट्रीमोनियल मामलों में आया है। यानी शादी के पहले,शादी के बाद, प्यार और एक्सट्रा मैरिटल अफेयर्स के मामलों में जमकर पार्टनर्स एक दूसरे ही जासूसी करवा रहे हैं। इंदौर ही नहीं, बल्कि राजधानी भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश के दूसरे शहरों में भी यह चलन बढ़ा है। जानकार बताते हैं कि इंदौर और भोपाल समेत इन शहरों में दिल्ली, मुंबई की डिटेक्टिव एजेंसियां और कई फ्री-लॉन्सर जासूस काम कर रहे हैं। सभी तरह के मामलों में 100 से ज्यादा केस आ रहे हैं। वहीं प्री- मैरिज जासूसी की संख्या रोजाना 20 से 25 है।
जासूसी के रोजाना 20-25 केस : इंदौर की बात करें तो यहां जासूसी एजेंसियों के संचालकों के मुताबिक एक डिटेक्टिव के पास प्री- मैरिज जासूसी के रोजाना 4 से 5 केस आ रहे हैं।
सूर्यसारथी इंटेलिजेंस के डायरेक्टर मुकेश तोमर ने बताया कि इंदौर में 3 से 4 रजिस्टर्ड डिटेक्टिव एजेंसियां हैं, इस हिसाब से हर एजेंसी के पास रोजाना औसतन 20 से 25 केस आ रहे हैं जो शादी से पहले अपनी मंगेतर की जासूसी करवा रहे हैं। वहीं कई नॉन- रजिस्टर्ड एजेंसियां भी हैं जो जासूसी सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं।
जून में रिकॉर्ड तोड़ केस आए : डिटेक्टिव मुकेश तोमर बताते हैं कि पिछले महीने उनके पास रिकॉर्ड तोड़ 18 केस आए थे जो सिर्फ प्री- मैरिज जासूसी के थे। यानी शादी से पहले अपने होने वाले पति या पत्नी की जासूसी करवाना चाहते हैं। इनमें इंदौर से लेकर यूएस तक के केस शामिल हैं। यह सभी केस प्री-मैरिज किसी तरह के लव अफेयर या रिलेशन को लेकर जासूसी को लेकर थे।
किस चीज की जासूसी करा रहे लोग : डिटेक्टिव एजेंसी के संचालकों ने बताया कि लोग अपराधिक बैकग्राउंड, पुराना लव अफेयर, फ्रॉड की आशंका आदि को ध्यान में रखकर जासूसी करवा रहे है। इनमें सबसे ज्यादा लव अफेयर पर लोग फोकस कर रहे हैं। वे जानना चाहते हैं कि कहीं ऐसा तो नहीं कि लड़की या लड़के का कहीं कोई अफेयर तो नहीं है। या उनके मां बाप उनकी मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती शादी करवा रहे हैं। दरअसल, इंदौर में यह ट्रेंड राजा रघुवंशी हत्याकांड के बाद ज्यादा देखने को मिल रहा है, जिसमें उसकी पत्नी सोनम ही राजा की हत्या की आरोपी है।
दोनों तरफ से हो रही जासूसी : ऐसा नहीं है कि जासूसी का ये नया ट्रेंड एक ही तरफ से चल रहा है। दरअसल, जहां लड़कों के परिवार वाले अपनी होने वाली बहुओं की जासूसी करवा रहे हैं तो वहीं लड़की वाले भी लड़कों की जमकर पड़ताल कर रहे हैं। इनमें लड़कों द्वारा बताई गई सैलेरी, पैकेज, अफेयर और उनके बैकग्राउंड के बारे में पता लगाया जा रहा है। हर पांच दिनों 3 केस डन हो रहे हैं।
70 प्रतिशत मामलों में सही निकला शक : इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि जितने भी केस आ रहे हैं, उनमें करीब 70 प्रतिशत मामलों में पार्टियों का शक सही निकला। डिटेक्टिव्स बताते हैं कि जैसे कई लोगों ने शादी के लिए अपना फाइनेंशियल स्टेटस बढ़ा चढ़ाकर बताते हैं कि उनके पास बीएमडब्लू कार है, इतना बैलेंस है आदि, लेकिन बाद में कुछ नहीं निकलता।
समाज में घुसा शक का कीड़ा : सबसे दिलचस्प है कि इंदौर की डिटेक्टिव एजेंसियों के पास अपने रिश्तेदारों की जासूसी के लिए ऐसे लोग भी आ रहे हैं, जहां इस तरह की कोई आशंका नहीं है। यानी जहां भरोसा है और मीडिएटर (मध्यस्थ) भी भरोसेमंद है और रिश्तेदारों की मदद से संबंध हुए हैं वहां भी लोग शक कर रहे हैं और शादी से पहले सभी तरह की जांच पड़ताल कर लेना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि संबंध बनने से पहले एक बार चेक कर लिया जाए। कुल मिलाकर इस तरह की हत्याओं की खबरों के बाद लोग जागरूक हो गए हैं।
इंदौर में हर महीने जासूसी के 100 केस, MP में लिव इन और एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स में लोग अपनों की करा रहे जासूसी
डिटेक्टिव एजेंसियों ने कम की फीस : समाज में भरोसा टूटने और विश्वास के दरकते का आलम यह है डिटेक्टिव एजेंसियों के संचालकों का कहना है कि इतने मामले पहले कभी इस तरह के केस को लेकर नहीं आए, जिनमें लोग रिशेलशन की जासूसी करवा रहे हो।
मुकेश तोमर बताते हैं कि इसी के चलते उन्होंने अपनी फीस कम कर दी है। पहले 50 से 60 हजार एक केस के लेते थे, अब इतने मामले आ रहे हैं कि हमने फीस घटाकर 25 से 30 हजार रुपए तक कर दी है।