2003 से ही कह रहा हूं, ईवीएम पर नहीं है मुझे भरोसा: दिग्विजय सिंह
नई दिल्ली, वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर रविवार को इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर सवाल उठाया और मांग की कि मतदाताओं को वीवीपीएटी पर्ची मिलनी चाहिए, जो मतपेटियों में डाली जा सके।
चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल पर सवाल उठाने वाले एक वीडियो पर जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि वह तो 2003 से ही कह रहे हैं कि उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है।
उन्होंने कहा, यह पता ही नहीं चलता कि जिसे वोट डालना चाहता हूं, वह वोट कहां चला गया। दुनिया में चिप लगायी जाने वाली ऐसी कोई मशीन नहीं है, जिसे हैक नहीं किया जा सके, क्योंकि चिप उसमें (मशीन में) लगे सॉफ्टवेयर के आदेशों का पालन करेगा। यदि आप ए टाइप करेंगे तो सॉफ्टवेयर केवल ए ही कहेगा और केवल ए ही मुद्रित होगा।
सिंह ने अपने पोस्ट में कहा, माना कि आप ईवीएम पर पंजा (कांग्रेस का चुनाव निशान) दबाते हैं तो, यदि सॉफ्टवेयर कमल कह देगा तो क्या मुद्रित होगा? पंजा या कमल? अब मामला इसपर आता है कि वीवीपीएटी मशीन ने आपको सात सेंकेंड के लिए पंजा दिखाया और हम (यानी आप) खुश होकर चले गये, लेकिन कमल (भाजपा का चुनाव निशान) मुद्रित हो जाएगा। आप राहुल मेहता के वीडियो में यह खेल देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष की मांग रही है कि चुनाव मतपत्रों के माध्यम से कराये जाएं जैसा कि सभी विकसित देशों में किया जाता है।
उन्होंने कहा, मतगणना में थोड़ा अधिक वक्त लगेगा। लग जाए। लेकिन जनता को विश्वास तो हो जाएगा कि वह जिसको वोट देना चाहती थी, उसे ही उसका वोट गया। आज यह भी पता नहीं होता है। यदि नरेन्द्र मोदी जी और हमारे चुनाव आयोग को ईवीएम से इतना ही प्यार है तो वे वीवीपीएटी पर्ची क्यों नहीं दिखाते हैं, यह हमें दीजिए और हम उसे मतपेटियों में रखेंगे।
Edited by navin rangiyal (भाषा)