बड़ी खबर, मिल गया हनीप्रीत का मोबाइल, खुलेंगे कई राज...
पंचकूला। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोहरे दुष्कर्म मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद भड़की हिंसा के संबंध में डेरा सच्चा सौदा अध्यक्ष विपासना इसां से हरियाणा पुलिस के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कई घंटों तक पूछताछ की। इस दौरान विपासना से पुलिस को हनीप्रीत का मोबाइल भी सौंप दिया।
पुलिस का मानना है कि हनीप्रीत के मोबाइल फोन से इस मामले में अत्यंत जरूरी जानकारी मिल सकती है। पुलिस हनीप्रीत के लैपटॉप की भी तलाश कर रही है। लैपटॉप के बारे में हनीप्रीत ने बताया था कि उसने डेरा मुख्यालय के अपने कमरे में इसे छोड़ दिया था।
पुलिस के तीसरे नोटिस पर पंचकूला के चंडीमंदिर थाने पहुंची विपासना से नौ घंटे तक पूछताछ चली। पुलिस ने विपासना को हनीप्रीत के सामने बिठाकर पूछताछ की। पूछताछ के बाद विपासना को रात करीब 8 बजे थाने से छोड़ा गया।
एसआईटी ने विपासना को पंचकूला में एक प्राथमिकी के संबंध में पेश होने को कहा था। इस प्राथमिकी में डेरा प्रमुख की विश्वासपात्र हनीप्रीत इसां, डेरा प्रवक्ता आदित्य इसां और डेरा के कुछ अन्य शीर्ष पदाधिकारियों पर राजद्रोह, षडयंत्र रचने और अन्य आरोप लगाए गए थे।
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोहरे बलात्कार मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद पंचकूला और सिरसा में हिंसा भड़क उठी थी। इन दोनों जगहों में डेरा का मुख्यालय है। इस हिंसा में 25 अगस्त को करीब 200 लोग घायल हो गए थे और 41 लोगों की मौत हो गई थी।
राम रहीम को दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के अपराध में 20 साल की सजा सुनाई गई है और वह अभी रोहतक जिले के सुनारिया जेल में बंद हैं।
हिंसा भड़काने के मामले में पुलिस हनीप्रीत की सहभागिता की भी जांच कर रही है। हनीप्रीत दावा करती हैं कि वह जेल में सजा काट रहे राम रहीम की दत्तक पुत्री हैं। हनीप्रीत पर हिंसा भड़काने के लिए षडयंत्र रचने का आरोप है।
हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है और उसे हरियाणा पुलिस ने तीन अक्तूबर को गिरफ्तार किया था। हिंसा के मामले में राज्य पुलिस द्वारा वांछित 43 लोगों की सूची में हनीप्रीत शीर्ष पर हैं। (भाषा)