72 घंटों की मुठभेड़ के बाद 2 आतंकी ढेर, 5 जवान भी शहीद
जम्मू। मात्र 2 आतंकियों ने सुरक्षाबलों का 72 घंटों तक मुकाबला कर सभी को चौंका दिया है। इस मुठभेड़ का चिंतनीय पक्ष यह था कि इसमें सुरक्षाबलों को 2 आतंकियों को मारने की खातिर 5 जवानों की शहादत देनी पड़ी, हालांकि 1 नागरिक भी मारा गया। जबकि उन 3 घरों को मिट्टी में मिला दिया गया, जहां आतंकियों ने बार-बार शरण ली थी।
उत्तरी कश्मीर के कूपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच तीसरे दिन मुठभेड़ खत्म हुई है। सुरक्षाबलों ने 2 और आतंकियों को ढेर कर दिया है। आज 1 और जवान शहीद हो गया है। मुठभेड़ में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत 5 जवान शहीद हो गए जबकि 1 नागरिक की मौत हो गई। इस गोलीबारी में 9 अन्य घायल हैं। पूरे इलाके को फिलहाल सुरक्षा बलों ने घेर रखा है।
सीआरपीएफ के 2 जवान और 2 पुलिसकर्मी शुक्रवार को उस समय शहीद हो गए, जब 1 आतंकी जिसे मृत समझा गया था, अचानक घर के मलबे से उठा और सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। पुलिस ने कहा कि 1 घायल सीआरपीएफ जवान की रविवार को अस्पताल में मौत हो गई। प्रदर्शनकारी अभियान में बाधा डालते रहे थे।
फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान जारी है। पुलिस को अभी तक 2 आतंकियों की लाशें मिली हैं जिनकी पहचान की जा रही है। मुठभेड़ के 2 दिनों तक चलने के पीछे आईजी पाणि ने कहा कि ये एक घनी आबादी वाला इलाका है। गौरतलब है कि 3 दिनों से चल रही इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक सहायक कमाडेंट समेत 8 अन्य सुरक्षाकर्मी जख्मी भी हो गए हैं।
क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर 1 नागरिक के भी मरने की खबर है। इस दौरान आतंकी समर्थक तत्वों और सुरक्षाबलों के बीच हुई हिंसक झड़पों में 7 लोग जख्मी हुए हैं। प्रशासन ने इलाके में मोबाइल इंटरनेट बंद करने के साथ सुरक्षा भी बढ़ा दी है।
शहीद सुरक्षाकर्मियों में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिंटो और कांस्टेबल विनोद के अलावा राज्य पुलिस के 2 कर्मी नसीर अहमद और मुस्तफा शामिल हैं। क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर मारे गए नागरिक की पहचान वसीम अहमद मीर के रूप में हुई है। वह सेगीपोरा (सोपोर) का रहने वाला है।