चेन्नई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता और अभिनेत्री खुशबू सुंदर (Khushboo Sundar) ने रविवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के एक पदाधिकारी को उनके खिलाफ की गई कथित भद्दी टिप्पणियों के लिए फटकार लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग इस मामले को खुद उठाएगी। वे स्वयं राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य हैं।
खुशबू ने ट्विटर पर इस मुद्दे को उठाया और बाद में भावुक को होकर एक प्रेस कॉन्फेंस संबोधित किया। राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक ने घोषणा की कि वह अपने पदाधिकारी (प्लेफॉर्म स्पीकर) शिवाजी कृष्णमूर्ति को दल का अनुशासन तोड़ने और बदनाम करने पर पार्टी से बर्खास्त किया जा रहा है।
इस मुद्दे पर ट्वीट करने के कुछ घंटों बाद एक प्रेस कॉन्फेंस में खुशबू निराश और पूरे समय भावुक नजर आईं। खुशबू ने कहा कि वे पहले ही इस मामले को तमिलनाडु राज्य महिला आयोग के समक्ष उठा चुकी हैं।
इससे पहले, उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर कृष्णमूर्ति का एक वीडियो शेयर किया और कहा कि इस आदतन अपराधी की भद्दी टिप्पणियां द्रमुक में प्रचलित राजनीतिक संस्कृति को दर्शाती हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को टैग करते हुए कहा कि उस दल में उनके जैसे कई हैं जिन्हें महिलाओं को गालियां देने, उन पर भद्दी टिप्पणी करने से नहीं रोका जाता और संभवत: उन्हें अधिक अवसर देकर पुरस्कृत किया जाता है।
खुशबू ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को टैग करते हुए कहा कि आपको इस बात का एहसास नहीं है कि वह न केवल मेरा अपमान कर रहे हैं, बल्कि आपका और आपके पिता (दिवंगत एम करुणानिधि) जैसे महान नेता का अपमान भी कर रहे हैं। जितना अधिक स्थान उन्हें प्रदान करेंगे, उतना अधिक राजनीतिक स्थान आप खो देंगे। आपकी पार्टी गुंडों की शरणस्थली बनती जा रही है। ये शर्म की बात है।
बाद में, मीडिया को संबोधित करते हुए खुशबू ने आमतौर पर महिलाओं को लेकर राजनीतिक दलों के खराब नजरिए पर सवाल उठाया और कहा कि वह सभी महिलाओं के लिए बात कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि डरो मत। मैं हूं, हम (एनसीडब्ल्यू) हैं। मैं तुम्हारे लिए खड़ी रहूंगी।” उन्होंने कहा कि यह नया द्रविड़ मॉडल है। ऐसे लोगों का पोषण द्रमुक में किया जा रहा है।
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि राज्यपाल और खुशबू के बारे में कृष्णमूर्ति की टिप्पणी 'अति निंदनीय है और हम बार-बार अपराध करने वाले इस व्यक्ति पर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।
अन्नामलाई ने ट्विटर पर एक वीडियो क्लिप भी साझा की, जिसमें कृष्णमूर्ति ने मंत्री वी सेंथिल बालाजी की गिरफ्तारी के बाद तमिलनाडु मंत्रिमंडल में विभागों के पुन:आवंटन के मद्देनजर राज्यपाल के बारे में कथित रूप से कुछ टिप्पणी की थी।
इससे पहले कृष्णमूर्ति द्वारा राज्यपाल आर एन रवि के बारे में दिए गए बयानों पर विवाद खड़ा हो गया था और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, उनके द्वारा माफी मांगे जाने के बाद पार्टी ने उनका निलंबन रद्द कर दिया था। द्रमुक के एक बयान में आज पार्टी महासचिव दुरईमुरुगन ने कृष्णमूर्ति के निलंबन की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि शिवाजी कृष्णमूर्ति को पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और इसे बदनाम करने के लिए प्राथमिक सदस्यता सहित पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त किया जा रहा है। Edited By : Sudhir Sharma