अमरावती। आंध्रप्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के रहने वाले 2 मछुआरों की रविवार शाम को बंगाल की खाड़ी में उठे गुलाब तूफान की चपेट में आने से मौत हो गई जबकि एक अब भी लापता है, वहीं तीन अन्य मछुआरे सुरक्षित तट पर आने में सफल रहे और उन्होंने अक्कुपल्ली गांव से राज्य के मत्स्यपालन मंत्री एस अप्पाला राजू को फोन कर स्वयं के सुरक्षित होने की जानकारी दी। कई जगह बारिश हो रही है।
इस बीच, भारत के मौसम विभाग (IMD) ने सूचित किया कि तूफान ने तट पर दस्तक देना शुरू कर दिया है और यह अगले 3 घंटे में कलिंगपटनम से 25 किलोमीटर उत्तर में तट से गुजरेगा। जानकारी के मुताबिक पलासा के 6 मछुआरे ओडिशा से दो दिन पहले नयी नाव खरीद कर अपने पैतृक गांव लौट रहे थे कि तभी वे तूफान से घिर गए। नाव में सवार छह मछुआरों में से एक ने गांव में फोन कर बताया कि नाव संतुलन खो चुकी है और पांच लोग समुद्र में लापता हो गए हैं। बाद में उसका फोन भी बंद आने लगा जिससे आशंका पैदा हुई कि वह भी लापता हो गया है।
हालांकि तीन मछुआरे तैरकर सुरक्षित तट पर आ गए जबकि दो मछुआरों की मौत हो गई। गांव में फोन कर सूचित करने वाला मछुआरा अब भी लापता है और उसके साथियों को आशंका है कि वह नाव में फंस गया होगा। राज्य के मत्स्यपालन मंत्री एस अप्पाला राजू के संज्ञान में जब मामला आया तो उन्होंने तत्काल नौसेना के अधिकरियों को मछुआरों की तलाश और बचाव कार्य में मदद करने को कहा।
गुलाब तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश के तीन तटीय जिलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में मध्यम से भारी बारिश हो रही है। आंध्रप्रदेश के राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आयुक्त के कन्ना बाबू ने बताया कि गुलाब तूफान श्रीकाकुलम जिले के कलिंगपटनम से करीब 85 किलोमीटर दूर अवस्थित है और इसके कलिंगपटनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच मध्य रात्रि में तट से टकराने की संभावना है। उन्होंने विशाखापत्तनम में जिलाधिकारियों और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और उन्हें हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया।
बाबू ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम पहले ही तीनों तटीय जिलों में बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैनात है। श्रीकाकुलम जिले के जिलाधिकारी एल श्रीकेश बालाजी राव के मुताबिक वज्रपुकोतुरु मंडल के 182 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
इस बीच दक्षिण मध्यरेलवे ने एक विज्ञप्ति जारी कर सूचित किया कि तूफान की वजह से विजयवाड़ा-हावड़ा मार्ग की 8 रेलगाड़ियों का रास्ता बदलकर खडगपुर-झारसुगुडा, बिलासपुर और बल्लारशाह के रास्ते चलाने का फैसला किया गया है, वहीं 2 रेलगाड़ियां जो रविवार को रवाना होने वाली थीं उनके समय में परिवर्तन किया गया है और अब वे सोमवार को रवाना होंगी।
पश्चिम बंगाल में भारी बारिश की आशंका : बंगाल की खाड़ी पर बन रहे कम दबाव के क्षेत्र की वजह से पश्चिम बंगाल के अधिकतर दक्षिणी जिलों में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। यह जानकारी भारत के मौसम विभाग (IMD) ने रविवार को दी। आईएमडी ने बताया कि इलाके के कुछ जिलों में बुधवार को भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि म्यांमा तट के करीब सोमवार को चक्रवाती क्षेत्र बन सकता है जिसके प्रभाव से अगले 24 घंटे में निम्नदाब का क्षेत्र विकसित होगा। उन्होंने बताया कि कोलकाता ,पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी और पश्चिमी बर्द्धमान, हावड़ा, झारग्राम, बांकुड़ा और पुरुलिया जिलों के एक-दो स्थानों पर मंगलवार को भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी के मुताबिक बुधवार को पश्चिम बर्द्धमान, झारग्राम, बांकुड़ा और पुरुलिया जिलों के एक-दो स्थानों भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
मौसम विभाग ने बताया कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट से गुलाब तूफान के गुजरने की वजह से मंगलवार सुबह दक्षिण 24 परगना और पूर्व मिदनापुर जिलों में बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने बताया कि दो मौसम प्रणालियों की वजह से समुद्र में स्थिति खराब है और चेतावनी दी कि मछुआरें अगली सूचना तक मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाएं।
रेलवे से लेकर सेना तक अलर्ट : चक्रवाती तूफान गुलाब तेज गति से ओडिशा और आंध्रप्रदेश के तट की ओर बढ़ रहा है और अब लैंडफॉल भी शुरू हो गया। रेलवे से लेकर सेना तक से अलर्ट जारी कर दिया है और इससे निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। भारतीय नौसेना ने रविवार को कहा कि वह चक्रवाती तूफान गुलाब से उत्पन्न स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और उसके पोतों और विमानों को बचाव एवं राहत कार्य के लिए तैयार रखा गया है।
भारत के मौसम विभाग (आईएमडी) ने बताया कि गुलाब तूफान के रविवार की मध्य रात्रि ओडिशा के गंजम जिले के गोपालपुर और आंध्रप्रदेश के कलिंगपट्नम तट के बीच से गुजरने की संभावना है। तूफान गुलाब से पश्चिम बंगाल का तटीय इलाका भी प्रभावित होगा और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
रेलवे ने बताया कि चक्रवाती हवाओं के साथ भारी बारिश होने के पूर्वानुमान के चलते सभी एहतियाती उपाय पूर्व तटीय रेलवे द्वारा किए गए हैं। रेलवे इसके साथ ही संभावित प्रभावित क्षेत्रों में गहन गश्त भी कर रहा है। रेलवे ने बताया कि पुलों पर नजर रखी जा रही है और बिजली और सिग्लन परिचालन को प्रभावित होने से बचाने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।(भाषा)