सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ पर राजनीति गर्माई
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम द्वारा शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से उनके घर में की गई पूछताछ को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जहां इसे सीबीआई की छापेमारी बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं, वहीं सीबीआई का कहना है कि यह कोई छापा नहीं था, बल्कि जांच के सिलसिले में की गई पूछताछ भर थी।
सीबीआई की टीम आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 'टॉक टू एके' के नाम से चलाए गए सोशल मीडिया अभियान में कथित अनियमितताओं से जुड़ी जांच के संबंध में पूछताछ के लिए सिसोदिया के घर गई थी। इस अभियान को लेकर सिसोदिया जांच के घेरे में हैं।
दिल्ली के सतर्कता विभाग की शिकायत पर सीबीआई ने अभियान के संबंध में सिसोदिया और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन की पुत्री सौम्या जैन के खिलाफ जनवरी में प्राथमिक जांच का मामला दर्ज किया था। शुक्रवार को सीबीआई की टीम इसी जांच के संबंध में सिसोदिया से कुछ पूछताछ के लिए उनके घर गई थी।
आप ने इसे सीबीआई का छापा बताया है। सिसोदिया के मीडिया सलाहकार अरुणोदय प्रकाश ने ट्वीट कर कहा कि उपमुख्यमंत्री के घर सीबीआई का छापा पड़ा है। सरकार 'पिंजरे में बंद तोते' का इस्तेमाल विरोधियों का मुंह बंद करने के लिए कर रही है। अगर वह यह समझ रही है कि इससे सिसोदिया भयभीत हो जाएंगे और स्कूलों के लिए काम करना बंद कर देंगे तो वे गलती कर रहे हैं, बहुत बड़ी गलती।
केजरीवाल सरकार के राजेश गौतम ने कहा कि केंद्र सरकार आप को परेशान करने में लगी है। वह इसके लिए सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है। अगर 'टॉक टू एके' के सिलसिले में पूछताछ की जा रही है, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संवाद कार्यक्रम 'मन की बात' की भी जांच होनी चाहिए।
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने इस मामले में अप्रत्याशित रूप से आप का पक्ष लेते हुए कहा कि सीबीआई ने अक्टूबर 2015 में डीडीसीए में 400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। इसमें वित्तमंत्री अरुण जेटली भी जांच के घेरे में थे, लेकिन सीबीआई उस मामले को छोड़कर सिसोदिया के यहां छापे मार रही है।
केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगा चुके दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने सीबीआई पूछताछ को सही ठहराते हुए कहा कि जांच एजेंसी अभी उपमुख्यमंत्री पर और कई मामलों में भी शिकंजा कस सकती है।
इस बीच सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ ने छापेमारी के आरोप से इंकार करते हुए कहा है कि उसकी टीम छापा मारने नहीं, बल्कि सिसोदिया से एक मामले से जुड़ी जांच के संबंध में कुछ स्पष्टीकरण लेने गई थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिसोदिया के घर पर न तो कोई छापा मारा गया है और न ही उनके घर की तलाशी ली गई है।