उत्तराखंड में प्रलय, दुखी परिजनों के लिए स्वयंसेवी बने सहारा..
देहरादून। जॉली ग्रांट हवाईअड्डे और सहस्रधारा हैलीपैड के बाहर अपने परिजनों की खबर के इंतजार में बैठे लोगों के लिए आशा-निराशा के बीच झूलते इन पलों में कई स्वंयसेवी सहारा बने हुए है। स्वयंसेवी घबराए परिजनों को पानी की बोतलें और भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। जॉली ग्रांट अस्पताल के बाहर केले और पानी की बोतलों से भरा एक पिक-अप ट्रक लेकर एक स्वयंसेवी आया। यह सब वह बाढ़ से बचे उन लोगों के लिए लाया, जो अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं।इस गहमा गहमी भरे माहौल में स्वंयसेवकों की उपस्थिति से बचाव कार्य में भरोसा सा जगा है।वैसे लोग जो अपने परिजनों की तलाश में इधर-उधर दौड़ रहे थे और प्रशासन से नाराज दिखे, उनके लिए स्वंयसेवी पानी का गिलास, नींबू का जूस और भोजन के पैकेट लिए खड़े थे।स्वयंसेवकों का समूह पैसे एकत्रित करने में भी उत्साह से शामिल होता दिखा। इन समूहों में स्कूल और कॉलेज के छात्र शामिल थे। इनमें से एक छात्र ने कहा कि आज हमारा पहला दिन है। हम कल भी काम जारी रखेंगे और फिर पैसे जुटाकर मुख्यमंत्री राहत कोष में भेज देंगे। (भाषा)