मध्यप्रदेश चुनाव : भाजपा और कांग्रेस के शेष प्रत्याशियों का बेसब्री से इंतजार
भोपाल। मध्यप्रदेश में पंद्रहवें विधानसभा चुनाव के लिए नामांकनपत्र दाखिले का एक दिन शेष रहते अब सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के शेष प्रत्याशियों की सूची का सभी को बेसब्री से इंतजार है।
माना जा रहा है कि आज रात तक भाजपा अपने शेष 38 और कांग्रेस 19 उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी। नामांकनपत्र दाखिल करने के लिए शुक्रवार तीन बजे तक का समय निर्धारित है। इसके बाद नामांकनपत्र दाखिल नहीं किए जा सकेंगे।
भाजपा ने सबसे पहले 176 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इसमें से बड़वानी जिले के राजपुर के प्रत्याशी का निधन हो गया है। उसके बाद उसने सत्रह प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की। इस तरह उसने अभी तक 192 प्रत्याशियों की घोषणा की है और 38 प्रत्याशी शेष हैं। भोपाल के गोविंदपुरा और इंदौर की कुछ विधानसभा सीटों के लिए मजबूत दावेदारों के कारण भाजपा को काफी मंथन करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि सभी प्रत्याशियों की घोषणा आज रात तक हो जाएगी।
कांग्रेस ने सबसे पहले 155 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। उसके बाद क्रमश: 16 और 13 प्रत्याशियों की दो सूचियां आईं और कल रात 29 उम्मीदवारों की चौथी सूची घोषित की गयी। इस सूची में सिंरोज और बुरहानपुर से प्रत्याशी को बदला गया। इस तरह कांग्रेस की ओर से कुल 230 में से 211 प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं और 19 प्रत्याशी शेष हैं।
राज्य विधानसभा चुनाव के लिए हमेशा की तरह मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी (आप), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में हैं। आप अपने 220 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है और शेष 10 प्रत्याशी आज रात तक घोषित कर दिए जाएंगे।
राज्य में वर्ष 1993 से दस वर्ष तक कांग्रेस का शासन रहा। उसके बाद नवंबर दिसंबर 2003 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में आई और उसके बाद से अभी तक यही दल सत्ता पर काबिज है। भाजपा लगातार चौथी बार सत्ता में आने के लिए पुरजोर कोशिश में है।
नौ नवंबर को सभी 230 सीटों के लिए नामांकनपत्र दाखिले का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद 12 नवंबर तक नामांकनपत्रों की जांच होगी और 14 नवंबर तक प्रत्याशी अपने नाम वापस ले सकेंगे। सभी सीटों पर एक ही चरण में 65 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर 28 नवंबर को मतदान होगा और लगभग पांच करोड़ मतदाता वोट डाल सकेंगे। नतीजे 11 दिसंबर को सामने आएंगे। (वार्ता)