सत्ता में वापसी के लिए भगवान राम के पथ पर चलेगी कांग्रेस
भोपाल। मध्यप्रदेश में सत्ता वापसी की कोशिश में लगी कांग्रेस अब भगवान राम के पथ पर चल निकली है। अब तक के चुनावों में हिन्दू वोट बैंक को रिझाने के लिए भाजपा चुनाव से ठीक पहले जोरशोर से भगवान राम को याद करती थी, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस भगवान राम की शरण में जा पहुंची है।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस चुनाव से ठीक पहले राम वन गमन पथ यात्रा निकालने जा रही है। 21 सितंबर से चित्रकूट से शुरू होने वाली ये राम वन गमन पथयात्रा उन रास्तों से गुजेरगी जिन रास्तों से भगवान राम 14 साल के वनवास को गए थे। खुले रथ में चित्रकूट से निकलने वाली यह यात्रा सतना, रीवा, पन्ना, छतरपुर, शहडोल, अनूपपुर तक जाएगी। यात्रा के दौरान रथ में अखंड मानस पाठ और भजन होंगे, वहीं पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र में राम वन गमन पथ को पूरा करने को भी शामिल करने जा रही है। कांग्रेस ने भगवान राम के नाम पर भाजपा पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।
राम को भूली भाजपा : ऐसा नहीं है कि चुनाव के समय पहली बार राम वन गमन पथ बनाने की याद पार्टियों को आई है। मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में प्रदेश में राम वन गमन पथ विकसित करने की योजना बनाई थी, लेकिन ये योजना फाइलों में ही सिमटकर रह गई। पिछले उत्तरप्रदेश चुनाव से ठीक पहले केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तरप्रदेश में अयोध्या से चित्रकूट तक राम वन गमन पथ विकसित करने की योजना बनाई थी। दूसरी ओर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के वादे के साथ सत्ता में पहुंची भाजपा अब चुनाव में भगवान राम के नाम से किनारा करती दिख रही है।