मंदसौर में बवाल : उग्र हुए किसान, समझाने गए कलेक्टर से मारपीट
मंदसौर। पुलिस गोलीबारी में किसानों की मौत से गुस्साएं लोगों ने बरखेड़ापंत गांव में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों को समझाने गए डीएम स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ जमकर मारपीट भी की गई।
मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में किसानों के आंदोलन के बीच मंदसौर जिले में हालात आज भी तनावपूर्ण बने हुए हैं और आंदोलनकारियों ने कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ मारपीट तक कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कलेक्टर जिले के बरखेडापंत गांव में सुबह आंदोलनकारियों को समझाने गए थे तभी कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट कर दी। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसमें कुछ लोग उनके साथ मारपीट और दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
मंदसौर जिले के बरखेडापंत गांव में किसानों ने मंगलवार को गोलीचालन में मृत एक किसान का शव सडक पर रख दिया था। इसकी सूचना मिलने पर कलेक्टर आंदोलनकारियों को समझाने पहुंचे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने कलेक्टर को पीछे से मारना शुरू कर दिया। वे आगे बढ़ते रहे और कुछ लोग उनके साथ मारपीट करके चिल्लाते रहे। कुछ लोग उन्हें बचाकर आगे ले गए।
मंदसौर जिले के पिपल्यामंडी में आंदोलन उग्र होने के कारण पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अश्रुगैस के गोले छोडे और कथित तौर पर गोलियां भी चलाईं। गोलियां लगने के कारण छह किसानों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हुए हैं। इन घटनाओं के बीच पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच पिपल्यामंडी और आसपास के इलाकों में जमकर हिंसक घटनाएं और उपद्रव हुआ।
इस बीच राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कल भोपाल में मीडिया से चर्चा में दावा किया कि पुलिस की गोलियों से किसानों की मौत नहीं हुई है। इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं और जांच में स्पष्ट हो जाएगा कि किस वजह से किसानों की मौत हुई है।