ऑनलाइन लोन एप पर साइबर सेल कसेगी शिकंजा, इंदौर सुसाइड मामले में गृहमंत्री ने दिए जांच के आदेश
भोपाल। इंदौर में ऑनलाइन ऐप से मिलने वाले लोन के जाल में फंस कर एक हंसता खेलता परिवार मौत के मुंह में समा गया। इंदौर पुलिस के मुताबिक मूल रूप से सागर निवासी अमित यादव इंदौर के बाणगंगा थाना इलाके में पत्नी और 3 साल की बेटी याना व डेढ़ साल के बेटे दिव्यांश के साथ रहते थे। मंगलवार को अमित ने परिवार के सभी सदस्यों को जहर देकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। अमित ने परिवार के नाम लिखे सुसाइड नोट में कई लोन एप से लोन लेने और उसकी किस्तें न चुका पाने का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में अमित ने लिखा कि “मैंने कई ऑनलाइन एप से लोन ले रखा है..पर मैं लोन नहीं भर पा रहा हूं। इज्जत के डर से यह कदम उठा रहा हूं”।
वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा उन्होंने इंदौर पुलिस कमिश्नर को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ गृहमंत्री ने कहा एप से मिलने वाले लोन की समीक्षा जरूरी है और मध्यप्रदेश की साइबर सेल एप लोन की प्रक्रिया और तरीके की जांच करेगी। अगर जांच में कोई आपत्तिजनक तरीका हुआ तो गंभीरता से सरकार इस पर विचार करेगी।
ऑनलाइन लोन एप धोखाधड़ी के संबंध में एडवाइजरी-
मध्यप्रदेश पुलिस ने लोन एप्प के जरिए होने वाली धोखाधड़ी को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की है। मध्यप्रदेश पुलिस की एडवाइजर के मुताबिक ठगों द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड के नए–नए तरीके से आम लोगों के साथ ठगी की जा रही है। ठग व्यक्ति को तत्काल लोन देने के नाम पर पहले व्यक्ति के मोबाइल पर एप्प डाउनलोड करवाते है जिससे संबंधित व्यक्ति के मोबाइल के कॉन्टैक्ट नंबर सहित सभी एक्सेस ठग के पास चले जाते है। ऐसे ठग 2 से 4 हजार का लोन बहुत कम अवधि के लिए देता है जब व्यक्ति उस लोन को चुका देता है फिर भी ठग संबंधित व्यक्ति के पर्सनल कॉन्टैक्ट नंबर पर उसके परिचितों को कॉल कर अपशब्द कहना, अश्लील बाते कर व्यक्ति को और पैसे डालने के लिए धमकी देता है, की अगर पैसे नही डाले तो तुम्हारे सभी रिश्तेदारों को परेशान करूंगा व्यक्ति अपनी इमेज खराब न हो इसलिए ठग द्वारा मांगे रुपए दे देता है परंतु ठग फिर वही तरीका अपनाकर पुनः ठगी करता है।
इस तरह की ठगी से बचने के लिए रहे सतर्क, ध्यान रखे निम्न बातों का:–
-किसी भी अनजान व्यक्ति या संस्था से लोन प्राप्त करने हेतु फर्जी एप्प को अपने मोबाइल में डाउनलोड ना करें।
-लोन अधिकृत बैंक/संस्था आदि से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर प्राप्त करे।
-लोन हेतु किसी भी अज्ञात व्यक्ति को ऑनलाइन अपने निजी दस्तावेज साझा ना करे।
-लोन हेतु प्रोसेसिंग फीस, की मांग की जाने पर किसी भी खाते/वालेट में राशि जमा न करे।
-कम ब्याज दर पर लोन देने हेतु प्रकाशित विज्ञापन पर भरोसा ना करे।
-ऐसे किसी भी प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड होंने पर तत्काल क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित CYBER HELPLINE NO.704912-4445 पर कॉल कर सूचित करे।