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Last Updated : शुक्रवार, 9 अगस्त 2024 (13:54 IST)

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले हॉकी टीम के सदस्य को मोहन सरकार देगी 1 करोड़ रुपए

पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले हॉकी टीम के सदस्य को मोहन सरकार देगी 1 करोड़ रुपए - Mohan Sarkar, member of the hockey team that won bronze medal in Paris Olympics, will give Rs 1 crore.
भोपाल। पेरिस ओलंपिक में कॉस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम में शामिल मध्यप्रदेश के खिलाड़ी विवेक सागर को मध्यप्रदेश सरकार एक करोड़ रुपए देगी। आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ओलंपियन विवेक सागर से वीडियो कॉल पर बात कर बधाई दी और एक करोड़ रुपए देने की घोषणा की। 

भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में शानदार खेल दिखाते हुए स्पेन को 2-1 से हराकर फिर से ब्रॉन्ज मेडल जीता है। भारत ने लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीतने का यह कारनामा 52 साल बाद किया है। भारत की इस ऐतिहासिक जीत में प्रदेश के इटारसी के खिलाड़ी विवेक सागर का अहम योगदान रहा है। वहीं ओलंपिक में हॉकी टीम के पदक जीतने के बाद इटारसी के रहने वाले विवेक सागर के गांव चांदौन में जश्न का माहौल है, और विवेक सागर के घर में मिठाई बांटी गई और जमकर जश्न मनाया जा रहा है।

गौरतलब है कि विवेक सागर टोक्यो ओलंपिक में भी पदक जीतने वाले हॉकी टीम के सदस्य  थे और उस वक्त सरकार ने विवेक सागर को उनकी उपलब्धि पर सम्मान करते हुए पुलिस विभाग में डीएसपी बनाया था और एक करोड़ की राशि दी थी। 
 
गौरतलब है कि विवेक सागर का प्रारंभिक जीवन आर्थिक तंगी में बीता था। घर में इकलौते कमाने वाले पिता थे और उनकी तनख्वाह बहुत कम थी। पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह विवेक के लिए हॉकी और जूते खरीद सके, इसलिए विवेक दोस्तों की दी हुई टूटी हॉकी से खेलते थे। पिता रोहित प्रसाद शिक्षाकर्मी थे और उनकी तनख्वाह मात्र रुप में मात्र 7 हजार रुपए मिलते थे जिससे न तो घर का गुजारा हो पाता था और न ही घर का खर्च चल पाता था इसलिए पिता चाहते थे कि बेटा विवेक पढ़ाई में ध्यान लगाए और वह विवेक को हॉकी खेलने से रोकते और टोकते थे। विवेक में हॉकी को लेकर एक जुनून था वह पिता से छुपकर हॉकी खेलने जाता रहा है और मम्मी और बहन ने इसको मैनेज किया है।
 
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