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Last Updated : शनिवार, 21 सितम्बर 2019 (18:55 IST)

मप्र में हनी ट्रैप मामले से मचा हड़कंप, उजागर हों गिरोह के जाल में फंसे नेताओं के नाम, CBI से जांच की मांग

Honeytrap case | मप्र में हनी ट्रैप मामले से मचा हड़कंप, उजागर हों गिरोह के जाल में फंसे नेताओं के नाम, CBI से जांच की मांग
इंदौर। मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप का मामला गर्मा गया है। भाजपा और कांग्रेस इसे लेकर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा ने सूबे की कमलनाथ सरकार पर शनिवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस को इस मामले की निष्पक्ष जांच में परेशानी हो रही है।

राज्य के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हमें लग रहा है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस को 'हनी ट्रैप' (मोहपाश) मामले की निष्पक्ष जांच में कठिनाई हो रही है। लिहाजा या तो कमलनाथ सरकार इस मामले की तहकीकात सीबीआई (CBI) को सौंपे या विशेष जांच दल (SIT) गठित करे।

सिंह ने कहा कि इस मामले की जांच के दौरान पुलिस के सामने कई राजनेताओं और नौकरशाहों के नाम भी सामने आए हैं। खबरों के मुताबिक 'हनी ट्रैप' गिरोह के कहने पर 3 जिलाधिकारियों की पोस्टिंग भी की गई थी।

सिंह ने कहा कि इस गंभीर मामले की पूरी सचाई सबके सामने आनी चाहिए, क्योंकि संबंधित गिरोह के जरिए पूरे सरकारी तंत्र को भ्रष्ट करने का बड़ा प्रयास किया गया है। गिरोह के जाल में फंसे सभी राजनेताओं के नाम भी उजागर किए जाने चाहिए, चाहे वे भाजपा से ताल्लुक रखते हों या कांग्रेस से।
कमलनाथ सरकार को अस्थिर करने के लिए 'हनी ट्रैप' गिरोह के भाजपा के इशारे पर काम करने को लेकर कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर सिंह ने पलटवार किया।

उन्होंने कहा कि क्या इन आरोपों का यह मतलब हुआ कि कांग्रेस के विधायकों का चरित्र ऐसा है कि वे 'हनी ट्रैप'में फंसकर सत्तापलट के किसी षड्यंत्र के शिकार हो सकते हैं? कांग्रेस के नेता अपनी ही पार्टी के लोगों के चरित्र पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।
भाजपा के शासनकाल में क्यों नहीं हुए खुलासे : यह पूछे जाने पर कि सूबे में 'हनी ट्रैप' गिरोह के बरसों से सक्रिय होने के बावजूद पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में इसका खुलासा क्यों नहीं हो सका, पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस के संज्ञान में जब यह मामला आया, तब उचित कार्रवाई की गई। इस गंभीर मामले का राजनीतिकरण कतई नहीं किया जाना चाहिए।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि सत्तारुढ़ कांग्रेस के आपसी झगड़ों और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर इस पार्टी की अंदरुनी खींचतान के आधार पर मैं कह सकता हूं कि मौजूदा राज्य सरकार का भविष्य बहुत लंबा नहीं है। हालांकि भाजपा इस सरकार को गिराने का प्रयास नहीं करेगी।

बड़े गिरोह का हुआ था खुलासा : पुलिस ने इंदौर नगर निगम के अधीक्षण इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर जांच के बाद गुरुवार को 'हनी ट्रैप' गिरोह का औपचारिक खुलासा किया था। गिरोह की 4 महिलाओं समेत 6 लोगों को इंदौर और भोपाल से गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ कर जुटाए जा रहे हैं सबूत : इंदौर एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने कहा कि हनीट्रैप मामले में दोनों मुख्य आरोपी महिलाओं से कड़ी-दर-कड़ी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
 
रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि प्रकरण में दोनों मुख्य आरोपी महिलाओं से कड़ी-दर-कड़ी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया प्रकरण में गिरफ्तार आरती दयाल और मोनिका यादव से पुलिस रिमांड के दौरान अपराध के संबंध गहनता से पूछताछ की जा रहीं है। 
 
उन्होंने बताया वारदात को अंजाम देने में प्रयुक्त स्थान पर दोनों आरोपियों को मौके पर ले जाकर तस्दीक कराई जा रही है। उन्होंने कहा जप्त उपकरणों की भी जांच की जा रही हैं। मिश्र के अनुसार वारदात के अनुसंधान को 'फुल प्रूफ' बनाए जाने के उद्देश्य के मद्देनजर सभी आवश्यक एहतियात बरते जा रहे हैं।
 
एसएसपी से जांच की दिशा और आरोपियों से पूछताछ के बिन्दुओं पर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पुलिस प्रमुखता से वीडियो किसने बनाया, धमकाने के लिए किसने फोन किया और अन्य सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
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