मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिश का आरोप, भाजपा ने किया खंडन
भोपाल। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए पाला बदलवाने की कोशिशें करने का आरोप लगाया है जबकि भाजपा ने कांग्रेस के आरोप का खंडन किया है।
भाजपा द्वारा कथित खरीद-फरोख्त करने के प्रयासों की खबरों के सवाल पर प्रदेश के युवा कल्याण और खेलमंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि भाजपा वालों का तो काम है विध्वंसकारी काम करने का, लेकिन वे पास नहीं होंगे। उन्होंने (भाजपा) कई विधायकों से संपर्क किया है। देर शाम को हमारी (विधायकों की) बैठक है, इसके बाद हम अगला निर्णय लेंगे।
भाजपा पर विधायकों को प्रलोभन देने के आरोप पर पटवारी ने कहा कि जैसा सामने आ गया, वैसा प्रलोभन देते रहते हैं। उनका काम है वही। वे विध्वंसकारी राजनीति के आदी हैं। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी नई दिल्ली में एक समाचार चैनल से बातचीत में मध्यप्रदेश में भाजपा पर खरीद-फरोख्त की कोशिशें करने का आरोप लगाया।
हालांकि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ऐसे आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यदि हमें सरकार बनाना होता तो हम विधानसभा चुनाव के नतीजों के दिन ही ऐसा करते और दिग्विजय सिंह के बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। प्रदेश में 15 साल के भाजपा शासन के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी है। विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है।
हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस कुल 230 सीटों में 114 सीटें हासिल कर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई और कांग्रेस ने बसपा के 2, सपा के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए प्रदेश में 15 साल बाद प्रदेश में सरकार बनाई है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 109 सीटें मिलीं।
प्रदेश की 15वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू होकर मात्र 5 दिन चलेगा। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के रूप में कांग्रेस के लिए सदन में पहला शक्ति परीक्षण इसी सत्र में सामने आएगा। भाजपा के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री संजय पाठक ने भी भाजपा पर खरीद-फरोख्त के आरोप का खंडन करने हुए कहा कि अगर यह सब करना होता तो शिवराज सिंह इस्तीफा ही नहीं देते।
मध्यप्रदेश विधानसभा के सचिव ने बताया कि सोमवार से शुरू हो रहे सत्र में 7 और 8 जनवरी को विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव 8 जनवरी को होगा तथा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल इसी दिन सदन को संबोधित करेंगी।
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए गोटेगांव से विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति को अपना उम्मीदवार घोषित किया है जबकि भाजपा ने अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अपनी रणनीति का खुलासा नहीं किया है। इस बीच भाजपा के प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा विधायकों की बैठक सोमवार शाम को होगी। इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा मध्यप्रदेश मामलों के प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे भी शामिल होंगे। (भाषा)