किशोर कुमार के पैतृक मकान को ध्वस्त होने से कलेक्टर ने बचाया
खंडवा (मप्र)। जिला कलेक्टर ने बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार के खंडवा स्थित पैतृक निवास के जर्जर हिस्से को ध्वस्त करने के नगर निगम खंडवा के आयुक्त के नोटिस पर आज रोक लगा दी है। आयुक्त ने गुरुवार को ही यह नोटिस उनके मकान पर चस्पा करवाया था।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 250 किलोमीटर दूर खंडवा के बाम्बे बाजार क्षेत्र में इस महान पार्श्व गायक का पारिवारिक मकान ‘गौरीकुंज’ स्थित है।
कलेक्टर अभिषेक सिंह ने बताया, ‘फिलहाल मकान ध्वस्त न करने के निर्देश दे दिए गए हैं। मकान के जिस हिस्से का बरसात में भरभराकर गिरने का अंदेशा रखकर नोटिस दिया गया है, उसके लिए ऐहतियातन बतौर यह सावधानी बरती जाएगी कि उस हिस्से के आसपास कोई न रहे ताकि कोई जनहानि न हो सके।’ भविष्य के निर्णय के लिए अभी उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया इतना ही कहा है कि फिलहाल ध्वस्त न करने के निर्देश जारी किए गए है।
इससे पूर्व कल खंडवा नगर निगम ने बॉलीवुड के महान गायक किशोर कुमार के पैतृक मकान के एक हिस्से को जर्जर मानते हुऐ इसे जमींदोज करने का नोटिस चस्पा किया था।
खंडवा नगर निगम के आयुक्त जेजे जोशी ने बताया था कि हमने किशोर कुमार के पैतृक मकान के पीछे के हिस्से को जर्जर होने के कारण खतरनाक करार देते हुए इसे गिराने के लिए भवन पर नोटिस चस्पा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल इस मकान में कोई रहता नहीं है, इसलिए नोटिस मकान पर चस्पा किया गया है। इसमें मकान मालिक को मकान के खतरनाक हिस्से को गिराने के लिए कहा गया है।
सनद रहे कि किशोर कुमार, उनके भाई अशोक कुमार और अनूप कुमार ने अपने प्रारंभिक वर्ष इस एक मंजिला मकान में बिताए। इस मकान के अगले हिस्से में दुकानें बनी हुईं हैं जबकि इसका पिछला हिस्सा रखरखाव के अभाव में जर्जर हो चुका है।
किशोर सांस्कृतिक प्रेरणा मंच के प्रवक्ता सुनील जैन ने कहा कि उनका संगठन काफी समय से मांग कर रहा है कि इस भवन को ‘राष्ट्रीय किशोर स्मारक’ घोषित किया जाए। जैन ने कहा, ‘यदि किशोर दा के परिजन इस भवन को प्रदेश सरकार को सौंप दें या सरकार इसका अधिग्रहण कर ले तो किशोर दा की याद में इसे स्मारक बनाया जा सकता है।’
गौरीकुंज के चौकीदार सीताराम ने कहा कि गौरीकुंज अब अनूप कुमार के पुत्र अर्जुन के कब्जे में है। उन्होंने कहा, ‘मैंने नोटिस के बारे में अनूप कुमार के बेटे अर्जुन को खबर कर दी है।’ (भाषा)