पटाखा गोदाम के मालिक के बेटे ने भी दम तोड़ा, मृतक संख्या बढ़कर आठ
इंदौर। आतिशबाजी के अवैध स्टॉक के कारण यहां हाल ही में सामने आए भीषण अग्निकांड में पटाखा गोदाम के मालिक के 22 वर्षीय जख्मी बेटे की आज सुबह एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद भयावह वाकये में मरने वाले लोगों की संख्या आठ पर पहुंच गई है।
चोइथराम हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया कि सघन वाणिज्यिक क्षेत्र रानीपुरा में 18 अप्रैल को सामने आए भीषण अग्निकांड में घायल दिलप्रीत सिंह नारंग (22) की इलाज के दौरान मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि अग्निकांड में दिलप्रीत करीब 50 फीसद झुलस गया था। तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रानीपुरा क्षेत्र के दिलीप पटाखा हाउस की दुकान में आतिशबाजी के अवैध स्टॉक में 18 अप्रैल को आग लग गयी थी। जोरदार धमाकों के बीच विकराल लपटों ने इससे सटी छह अन्य दुकानों को भी देखते ही देखते अपनी जद में ले लिया था। भीषण अग्निकांड में दुकान के मालिक गुरविंदर सिंह नारंग की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोगों ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ा था।
अधिकारी ने बताया कि अग्निकांड में करीब 20 दोपहिया वाहन भी जलकर खाक हो गए और लाखों रुपए की संपत्ति को नुकसान पहुंचा था। अग्निकांड को लेकर रानीपुरा क्षेत्र के दुकानदारों ने भारी आक्रोश जताते हुए कहा था कि प्रशासन को इस घटना के कई दिन पहले ही शिकायत किए जाने के बाद भी इलाके में पटाखों के अवैध कारोबार पर रोक नहीं लगाई गई थी। प्रशासन अग्निकांड की मजिस्ट्रियल जांच करा रहा है। (भाषा)