मध्यप्रदेश विधानसभा 2013 के चुनाव में इस बार राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी परंपरागत सीट बुधनी और राघवजी की सीट विदिशा से चुनाव लड़ा। शिवराज सिंह 29 नवंबर, 2005 को बाबूलाल गौर के स्थान पर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
शिवराज सिंह 1991 से पांच बार विदिशा से सांसद भी रह चुके हैं। वे छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े रहे हैं। 1975 में वे मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल की स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष थे। 1976-77 में आपातकाल के दौरान वे जेल भी गए।
वर्ष 1977 से वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। वे पहली बार राज्य विधानसभा के लिए 1990 में सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से चुने गए थे। अगले ही साल विदिशा संसदीय चुनाव क्षेत्र से वे लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए।
दिसंबर 2003 में भाजपा ने विधानसभा चुनावों में अपूर्व सफलता पाई थी और उस समय उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन वे राघौगढ़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव हार गए थे।
जब वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तब उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया था। 30 नवंबर 2005 को उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। उन्होंने बुधनी विधानसभा के लिए उपचुनाव लड़कर जीता। वर्ष 2008 में शिवराज ने बुधनी सीट को 41 हजार से अधिक मतों से जीता।