मंगलवार, 19 नवंबर 2024
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  4. I will win election on strength of my work and workers, claims MLA Sanjay Shukla
Written By Author वृजेन्द्रसिंह झाला

मैदान नहीं छोड़ूंगा, अपने काम और कार्यकर्ताओं के दम पर जीतूंगा चुनाव, MLA संजय शुक्ला का दावा

Sanjay Shukla
  • संजय शुक्ला 2018 में भाजपा के सुदर्शन गुप्ता को 8000 से ज्यादा वोटों से हराकर पहली बार विधायक बने।  
  • 2022 में महापौर का चुनाव लड़े लेकिन पुष्यमित्र भार्गव के खिलाफ हार गए।
  • संजय शुक्ला का इस बार भाजपा के दिग्गज कैलाश विजयवर्गीय से मुकाबला है।

Sanjay Shukla vs Kailash Vijayvargiya: भाजपा ने इंदौर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-1 से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और 6 बार ‍के विधायक कैलाश विजयवर्गीय को उतारकर कांग्रेसी खेमे में खलबली मचा दी है, लेकिन वर्तमान विधायक संजय शुक्ला का दावा है कि वे 5 साल तक क्षेत्र में किए गए कामों और कार्यकर्ताओं के दम पर एक बार फिर चुनाव जीतकर बताएंगे। संजय ने पिछले चुनाव में भाजपा के सुदर्शन गुप्ता को 8000 से ज्यादा वोटों से हराया था। 
 
विजयवर्गीय के मैदान में उतरने के बाद क्या चुनावी रणनीति होगी? शुक्ला ने वेबदुनिया से खास बातचीत में कहा कि हमें किसी भी रणनीति की जरूरत नहीं है। जनता मेरी भगवान है, मैं 5 साल से लोगों की सेवा कर रहा हूं। कांग्रेस कार्यकर्ता पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे और हम चुनाव जीतेंगे भी। 
 
जो 20 साल में नहीं हुआ वह 5 साल में किया : उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20 साल भाजपा की सरकार है। इंदौर में भाजपा के महापौर, विधायक, पार्षद रहे हैं, लेकिन जो काम उन्होंने 20 साल में नहीं किए, वह हमने 5 साल में करके दिखाया है। हमने क्षेत्र में स्कूलों का निर्माण करवाया है, बगीचे और खेल के मैदान बनवाए हैं, 600 से ज्यादा बोरिंग करवाए हैं। क्षेत्र में अवैध कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, हमने धार्मिक आयोजन करवाए हैं, उनमें जनता की भागीदारी भी काफी रही है। क्षेत्र में गुंडागर्दी नहीं होने दी, नशाखोरी पर अंकुश लगवाया, लोगों के प्लाटों पर कब्जा नहीं होने दिया। 
शुक्ला ने कहा कि हम अपने काम के आधार पर ही जनता से वोट मांगेंगे। कोरोना काल में भी जब ज्यादातर विधायक और नेता घरों में दुबके हुए थे तब मैं अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों के बीच गया और उनकी मदद की। उन्होंने दावा कि वे हजारों वोटों से विधानसभा चुनाव जीतेंगे। 
 
विजयवर्गीय के हाथ जोड़ने संबंधी बयान पर शुक्ला ने कहा कि यह न सिर्फ क्षेत्र क्रमांक 1 की जनता बल्कि पूरे इंदौर की जनता का अपमान है। जनता हमारी भगवान है और भगवान के हाथ तो जोड़ने ही पड़ते हैं, अन्यथा यही जनता यानी भगवान घर बैठा देती है। 
 
विजयवर्गीय को खुद पर भरोसा नहीं : भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे स्व. विष्णु प्रसाद शुक्ला (बड़े भैया) के बेटे शुक्ला ने कहा कि विजयवर्गीय ने 10 साल से चुनाव नहीं लड़ा है। पूर्व में हमेशा क्षेत्र बदल-बदल कर चुनाव लड़ते रहे हैं। उन्होंने पहले 4 नंबर, फिर 2 नंबर और इसके बाद महू से चुनाव लड़ा। उन्हें खुद पर विश्वास नहीं है, इसलिए नए-नए इलाकों से चुनाव लड़ते हैं। अब वे 1 नंबर से चुनाव लड़ने के लिए आए हैं, उन्हें लगता है कि नए क्षेत्र में चुनाव लड़ने से वे जीत जाएंगे और एक बार फिर देश की राजनीति करने चले जाएंगे।  लेकिन, मैं तो इसी क्षेत्र में जन्मा और पला-बढ़ा हूं। यहां के लोगों से मेरे पारिवारिक और करीबी रिश्ते हैं। यहां के लोग मेरा परिवार हैं। मैं हमेशा लोगों के सुख-दुख में सहभागी बना हूं।  
 
शुक्ला ने कहा कि विजयवर्गीय ने चुनाव में उतरकर एक तरह से अपने ही बेटे आकाश विजयवर्गीय की सामाजिक और राजनीतिक हत्या कर दी है। मैं भी उनके लिए बेटे जैसा हूं, अब वे मेरी राजनीतिक हत्या करने आए हैं। उन्होंने 2 बेटों का करियर खतरे में डाल दिया है, जबकि पिता हमेशा बच्चों को आशीर्वाद देकर आगे बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस 150 से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है। 
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