विशाखापत्तनम। भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का समर्थन करते हुए मंगलवार को कहा कि सलामी बल्लेबाज के तौर पर उनकी मौजूदगी टीम के बल्लेबाजी क्रम को अधिक घातक बना देगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए एकदिवसीय टीम के उप कप्तान को लाल गेंद (टेस्ट) के क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए पर्याप्त मौके दिए जाएंगे।
रोहित को सीमित ओवरों के क्रिकेट में मौजूदा दौर के महानतम बल्लेबाजों में से एक माना जाता है लेकिन 27 टेस्ट मैचों 39.62 की औसत के साथ उन्होंने इस प्रारूप में अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया।
कोहली ने कहा, अगर वे सलामी बल्लेबाज की भूमिका में सफल रहते हैं तो हमारा बल्लेबाजी क्रम और घातक हो जाएगा। उसके स्तर के खिलाड़ी को अंतिम एकादश में जगह नहीं देना हर बार मुश्किल होता है।
उन्होंने कहा, अगर वे लय में आ जाएं तो दुनियाभर में कहीं भी पूरा बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से अलग नजर आता है। कोहली से जब पूछा गया कि क्या टीम प्रबंधन रोहित को 5 से 6 मैचों में मौका देने के बारे में सोच रहा है तो उन्होंने कहा, हम उनके साथ जल्दबाजी करने के मूड में नहीं हैं। आप भारत और विदेशों में अलग-अलग योजना के साथ मैदान में जाते हैं। पारी का आगाज करना ऐसी जिम्मेदारी है जहां खिलाड़ी को अपना खेल समझने के लिए समय चाहिए होता है।
भारतीय कप्तान ने कहा, रोहित को खुद को साबित करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अपने तरीके से खेल सकेंगे। कोहली ने कहा कि अगर रोहित वैसी भूमिका निभा पाएं जैसी वीरेन्द्र सहवाग ने अपने समय में भारतीय टीम के लिए निभाई थी तो यह शानदार होगा। उन्होंने कहा कि टीम हालांकि इस कलात्मक बल्लेबाज से किसी विशेष तरह के खेल की अपेक्षा नहीं कर रही है।
कोहली ने कहा, टेस्ट क्रिकेट में मैंने छठे क्रम पर बल्लेबाजी करना शुरू किया था, फिर मैं चौथे नंबर पर खेलने लगा। यह मानसिकता पर निर्भर करता है। अगर आप खुद को इसके लिए तैयार कर लेते हैं तो टेस्ट क्रिकेट विभिन्न परिस्थितियों में अपने खेल को समझने के बारे में है। उन्होंने कहा, हम रोहित से किसी खास शैली की बल्लेबाजी की अपेक्षा नहीं कर रहे हैं। यह उन पर है कि वे अपने खेल के शीर्ष पर कैसे आते हैं। हां, उनकी ताकत आक्रामक क्रिकेट खेलने की है जैसा कि वीरू भाई (सहवाग) ने लंबे समय तक टीम के लिए किया था।
भारतीय कप्तान ने कहा, ऐसा नहीं था कि कोई वीरू भाई को कहता था कि लंच से पहले आक्रामक क्रिकेट खेलो और शतक बनाओ। यह उनका नैसर्गिक खेल था और एक बार सहज होने के बाद वे किसी भी आक्रमण को धवस्त कर देते थे। कोहली ने बताया कि रोहित से पारी का आगाज कराने की योजना काफी पुरानी है लेकिन पहले यह संभव नहीं हुआ और लोकेश राहुल के टीम से बाहर होने के बाद इसे अब किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, रोहित के लिए यह अच्छा रहेगा, क्योंकि आपको पता होगा कि कैसे खेलना है, यह किसी भी खिलाड़ी के लिए काफी जरूरी होता है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को देखते हुए शीर्ष क्रम पर रोहित की सफलता टीम के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है।
कोहली ने कहा, हमने पहले भी कई खिलाड़ियों को मौके दिए हैं। मयंक (अग्रवाल) इसी तरीके से टीम में आए, (लोकेश) राहुल और मुरली विजय काफी समय तक टीम में रहे। इसलिए प्रदर्शन के दम पर टीम में जगह बनाने का मौका होगा। उन्होंने कहा, टेस्ट चैंपियनशिप को देखते हुए हमने यह सोचा और रोहित काफी समय से टेस्ट टीम का हिस्सा रहे हैं। यह उन्हें मौका देने और यह जानने के बारे में है कि वे स्वयं से टेस्ट क्रिकेट में क्या चाहते हैं।
कोहली ने कहा कि भारतीय टीम ने पिछले 18 महीने में विदेशों में ज्यादा क्रिकेट खेली है और ऐसे में बल्लेबाजों को स्पिनरों के खिलाफ थोड़ी परेशानी हो सकती है, जिसमें उपमहाद्वीप के खिलाड़ियों को विशेषज्ञ माना जाता है।
उन्होंने कहा, पिछले घरेलू सत्र में हमने स्पिन गेंदबाजी का सामना शानदार तरीके से किया क्योंकि हमने उसकी तैयारी की थी। पिछले 18 महीने में इसमें थोड़ी गिरावट आई है, क्योंकि हम विदेशों में ज्यादा क्रिकेट खेले और तेज गेंदबाजी के खिलाफ बल्लेबाज बेहतर हुए।
भारतीय कप्तान ने कहा, इस दौरान हमें स्पिनरों के खिलाफ ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला और हमारे खेल में थोड़ी गिरावट आई। आमतौर पर ऐसी सोच है कि हम स्पिनरों से निपट सकते हैं क्योंकि बचपन के दिनों से ऐसा करते आ रहे हैं।