नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को भरोसा है कि 'विराट के वीर' इस साल के अंत में जब ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे तो वे इतिहास को दोहराएंगे, जब उन्होंने 2018-19 की टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी। यह भारत की ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।
गांगुली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज 2018-19 की सीरीज से ज्यादा कठिन होने वाली है लेकिन आपको अपने स्तर के अनुरूप प्रदर्शन करना होगा। भारत को इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्टों की सीरीज खेलनी है।
भारत के पूर्व कप्तान गांगुली ने इंडिया टुडे से कहा, मैंने यह बातें विराट से भी कही हैं। मैंने उनसे ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह विराट कोहली हैं और उनका स्तर ऊंचा है। जब आप अपनी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने मैदान में उतरते हो तो मैं आपसे केवल अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं करता हूं बल्कि आपसे जीत की दरकार होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपने एक मानक तय कर रखा है। ऐसा हर किसी के साथ नहीं है, इसलिए आपको अपने मानक के हिसाब से खेलना होगा।
भारत ने 2018-19 के दौरे में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज 2-1 से जीती थी। उस वक्त ऑस्ट्रेलिया स्टीवन स्मिथ और डेविड वॉर्नर के बिना खेल रही थी। उन दोनों पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में गेंद से छेड़छाड़ को लेकर एक साल का प्रतिबंध लगा था। लेकिन दोनों बल्लेबाज इस बार सीरीज में मौजूद रहेंगे, इसलिए गांगुली को लगता है कि इस बार भारत के लिए सीरीज जीतना उतना आसान नहीं होगा।
उन्होंने कहा, यह सीरीज कठिन होने जा रही। यह 2018 जैसी नहीं होगी। ऑस्ट्रेलिया की टीम मजबूत है लेकिन हमारी टीम भी काफी अच्छी है। हमारे पास अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों है।
भारत की अंतिम अंतरराष्ट्रीय सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की घरेलू एकदिवसीय श्रृंखला थी, जिसे कोविड-19 महामारी के कारण इस वर्ष स्थगित कर दिया गया। हालांकि, चेतेश्वर पुजारा और मोहम्मद शमी सहित कुछ खिलाड़ियों ने फिर से ट्रेनिंग शुरू कर दी है। भारत की एक बड़ी चिंता अपने खिलाड़ियों खासकर तेज गेंदबाजों की चोट मुक्त वापसी सुनिश्चित करना होगा।
गांगुली ने कहा, मैं विराट के संपर्क में हूं, मैं उनसे कह रहा हूं कि आपको फिट रहना होगा। उन्होंने छह महीने से क्रिकेट नहीं खेला है। उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि उनके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज दौरे के लिए तैयार और फिट रहें। चाहे मोहम्मद शमी हो या जसप्रीत बुमराह या इशांत शर्मा या फिर हार्दिक पांड्या। जब वे ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो उनकी फिटनेस दुरुस्त होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने भारत में प्रशिक्षण शिविर लगाने के लिये योजना तो बनाई है लेकिन कोविड-19 मामलों में वृद्धि के कारण इस समय कुछ भी करना जल्दबाजी और खतरनाक होगा।
गांगुली ने कहा, हमने केवल रोडमैप के बारे में सोचा है। हमारे पास स्तरीय तरीके (एसओपी) हैं। बीसीसीआई और एनसीए ने उचित एसओपी प्राप्त करने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है जिसे राज्य संघों को परिचालित किया गया है। फिलहाल देश के हालात को देखते हुए शिविर लगाना बहुत जोखिम भरा है। मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद में यह जोखिम भरा है। इसलिए हमें इंतजार करना पड़ेगा।
गांगुली ने कहा, एशिया कप स्थगित हो चुका है और अब अगर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अक्टूबर में होता है तो हमारे पास अगस्त-सितंबर का मौका है, जहां हम 15 दिनों के लिये खिलाड़ियों को एकत्रित कर सकते हैं। हमने चीजों को सही रखा है लेकिन उसी समय खिलाड़ियों की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वे भारतीय क्रिकेट की उम्मीद हैं। कोई एक आईपीएल या एक सीरीज किसी खिलाड़ी की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।