राजकोट में बल्लेबाजी के दौरान धवन की पसलियों में चोट लगी, क्षेत्ररक्षण के लिए नहीं उतरे
राजकोट। भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान पैट कमिन्स की बाउंसर पसलियों पर लगने से चोटिल खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गए।
संयोग से वह कमिन्स की बाउंसर ही थी जिसके कारण विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के सिर में चोट लगी थी और उन्हें सीटी स्कैन के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा था। इस कारण वह दूसरे मैच से बाहर हो गए थे।
बीसीसीआई ने कहा, ‘शिखर धवन की दाईं तरफ की पसलियों पर चोट लगी। वह आज क्षेत्ररक्षण के लिए मैदान पर नहीं उतरेंगे। युजवेंद्र चहल उनकी जगह क्षेत्ररक्षण कर रहे हैं।’
धवन भारतीय पारी के 10वें ओवर की दूसरी गेंद पर चोटिल हो गए थे। उन्होंने दर्द के बावजूद 96 रन की पारी खेली जिससे भारत ने 6 विकेट पर 340 रन बनाए।
यह भी संयोग है कि विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान धवन चोटिल हो गए थे। तब नाथन कूल्टर नाइल की उठती गेंद उनके अंगूठे पर लगी थी।
धवन ने उस मैच में भी सर्वाधिक 117 रन बनाए थे और भारत को जीत दिलाई थी। लेकिन चोट के कारण वह टूर्नामेंट में आगे नहीं खेल पाए थे और 2 महीने तक क्रिकेट से बाहर रहे थे।
उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ वापसी लेकिन सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान उनके घुटने में चोट लग गई। उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा जहां उनके घुटने पर लगी चोट में 27 टांके लगे थे। इससे धवन एक महीने के लिए बाहर हो गए थे।
धवन ने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की तरफ से हैदराबाद के खिलाफ मैच में वापसी की। जब जबकि वह अपनी पुरानी फॉर्म में वापसी कर रहे थे तब बायें हाथ का यह बल्लेबाज फिर से चोटिल हो गया है।
संभावना है कि धवन का ऐहतियात के तौर पर स्कैन किया जाएगा और अगर उनकी पसली में फ्रैक्चर हुआ तो उन्हें फिर से लंबे समय के लिए बाहर बैठना पड़ सकता है।