उन्होंने कहा, "मेरी बात स्पष्ट है: अगर विश्व क्रिकेट में कोई विकास होता है, जिसका मतलब है कि हम पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में हम इसे बहुत ही जोरदार तरीके से चुनौती देंगे और आईसीसी में अपनी बात मजबूती से रखेंगे।
पीसीबी के फैसले को आधिकारिक रूप से चुनौती देने का फैसला बीसीसीआई सचिव जय शाह के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारतीय बोर्ड को 2024 से 2031 तक के आईसीसी के अगले एफटीपी (भविष्य दौरा कार्यक्रम) चक्र में आईपीएल के लिए एक विस्तारित विंडो मिलेगी। शाह ने कहा था, अगले एफटीपी चक्र से, आईपीएल के लिए ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें। हमने विभिन्न बोर्डों के साथ-साथ आईसीसी के साथ भी चर्चा की है।

राजा ने यह भी कहा कि जहां पाकिस्तान भारत से खेलने का इच्छुक है, लेकिन दोनों पड़ोसी देशों के बीच राजनीतिक समीकरण अब भी बाधा बन रहे है। राजा ने कहा, मैंने एक कार्यक्रम के इतर इस पर सौरव (गांगुली) से बात की है और मैंने उनसे कहा कि वर्तमान में तीन पूर्व क्रिकेटर अपने क्रिकेट बोर्ड का नेतृत्व कर रहे हैं और अगर वे कोई फर्क नहीं ला सकते हैं तो कौन करेगा?
उन्होंने कहा, 'गांगुली ने मुझे पिछले साल और फिर इस साल दो बार आईपीएल फाइनल में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। मेरी समझ में क्रिकेट के लिहाज से वहां जाना अच्छा था लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में हमें निमंत्रण स्वीकार करने के परिणामों पर भी सोचना होता है।
रमीज ने बर्खास्त किये जाने की अफवाहों को खारिज कियाLIVE - PCB Chairman Ramiz Raja announces the outcomes from the 69th BoG meeting in a media conference at Gaddafi Stadium, Lahore. https://t.co/viIDqR531O
— Pakistan Cricket (@TheRealPCB) June 24, 2022
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) चेयरमैन रमीज राजा ने परोक्ष रूप से कहा कि वह शीर्ष पद पर बने रहना चाहते हैं।
हालांकि लंबे समय से अटकलें चल रही हैं कि ऐसी संभावना है कि सरकार उन्हें बर्खास्त कर सकती है।अटकलों के हिसाब से प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ जल्द ही रमीज की जगह पीसीबी चेयरमैन पर अपनी पसंद का व्यक्ति लायेगें।
शाहबाज ने हाल में बोर्ड के तीन पूर्व चेयरमैन के साथ क्रिकेट के मामलों को लेकर बैठक भी की थी जिससे अटकलों का दौर और गर्मा गया कि रमीज को हटा दिया जायेगा।

रमीज ने कहा, अब दो महीने हो गये हैं और हम अटकलों पर नहीं रह सकते। अगर कुछ होना होता तो अभी तक हो गया होता। जब तक आप किसी को लगातार काम नहीं करने दोगे, पाकिस्तान क्रिकेट में कुछ सुधरने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा, इसमें यहां अहं का कोई मुद्दा नहीं है, हम पाकिस्तान क्रिकेट को सुधारना चाहते हैं। अगर संविधान बदलाव करने की अनुमति देता है तो ठीक है लेकिन परंपरा के कारण आपको अच्छे काम को खत्म नहीं करना चाहिए। (भाषा)