शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट
  3. समाचार
  4. IPL 10
Written By
Last Updated :हैदराबाद , सोमवार, 22 मई 2017 (09:27 IST)

मुझे अपने गेंदबाजों पर विश्वास था : रोहित

मुझे अपने गेंदबाजों पर विश्वास था : रोहित - IPL 10
हैदराबाद। आईपीएल-10 के फाइनल में राइजिंग पुणे सुपरजॉएंट्स को मात्र 1 रन से हराकर खिताब जीतने वाली मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने इस जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों को देते हुए कहा कि उन्हें अपने गेंदबाजों पर पूरा विश्वास था। 
 
मुंबई ने रविवार रात खेले गए फाइनल मुकाबले में 8 विकेट पर 129 रनों का मामूली स्कोर बनाने के बावजूद पुणे को 6 विकेट पर 128 रन पर थामकर 1 रन से खिताब अपने नाम कर लिया। मुंबई ने इस तरह तीसरी बार आईपीएल खिताब जीतकर इतिहास बना दिया और वह 3 बार यह खिताब जीतने वाली पहली टीम बन गई। 
 
रोहित ने मैच के बाद कहा कि मुझे अब जाकर शांति मिली। यह क्रिकेट का एक शानदार मैच था। मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शकों ने इसका आनंद उठाया होगा। इस तरह के छोटे स्कोर का बचाव करना बेहतरीन प्रयास कहा जाएगा। मैं इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकता। 
 
रोहित आईपीएल में कप्तान के रूप में अब 3 बार और कुल मिलाकर 4 खिताब खिताब जीत चुके हैं। रोहित की कप्तानी में मुंबई ने इससे पहले 2013 और 2015 में यह खिताब जीता था। इसके अलावा 2009 में वे डेक्कन चार्जस की तरफ से खिलाड़ी के रूप में एक खिताब जीत चुके हैं। 
 
30 वर्षीय रोहित ने कहा कि जब आप इस तरह के छोटे स्कोर का बचाव करने के लिए उतरते हो तो आपका खुद पर विश्वास होना जरूरी है। मैंने अपने खिलाड़ियों से कहा कि अगर हम कोलकाता के खिलाफ छोटे स्कोर का बचाव कर सकते हैं तो यहां भी ऐसा कर सकते हैं। हमें पिच से भी मदद मिली जिसका हमने भरपूर फायदा उठाया। 
 
रोहित ने कहा कि जब 3 ओवर बचे थे तब भी मुझे अपने गेंदबाजों पर विश्वास था। उन्होंने हमेशा अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है। मैंने उन्हें पूरी स्वतंत्रता दी। मैंने उनसे कहा कि वे जिस तरह से क्षेत्ररक्षण सजाना चाहते हैं वैसा सजाएं।
 
फाइनल में जीत के हीरो रहे क्रुणाल पांड्या ने 38 गेंदों में 3 चौके और 2 छक्के की मदद से 47 रन बनाए। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। क्रुणाल ने कहा कि जब लगातार विकेटें गिर रही थीं तो मैं पूरे 20 ओवर तक खेलना चाहता था। मुझे पता था कि अगर मैं 19-20 ओवर तक टिक गया तो मैं गेंद को हिट कर सकता हूं। टूर्नामेंट शुरु होने से पहले मैंने इसकी पूरी तैयारी की थी और परिणाम आप सबके सामने हैं। फाइनल में 'मैन ऑफ द मैच' बनना किसी सपने के पूरे होने से कम नहीं है। (वार्ता)
ये भी पढ़ें
बेंगलुरु बना फेडरेशन कप चैंपियन