कोलंबो। रविंद्र जडेजा की फिरकी के जादू से भारत ने सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने के जुझारू शतक के बावजूद दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे ही दिन चाय से पहले श्रीलंका को पारी और 53 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बना ली।
दुनिया की नंबर एक टीम भारत ने लगातार आठवीं श्रृंखला जीती है और 2014-15 में ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर चार टेस्ट की श्रृंखला में 2-0 की हार के बाद से टीम इंडिया ने कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं गंवाई है। विराट कोहली की कप्तानी में इस तरह भारत ने इस तरह अपना अजेय अभियान जारी रखा है।
करुणारत्ने (141 रन) की पारी की बदौलत श्रीलंका की टीम एक समय चार विकेट पर 310 रन बनाकर अच्छी स्थिति में दिख रही थी लेकिन टेस्ट क्रिकेट में नौवीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट चटकाने वाले जडेजा (152 रन पर पांच विकेट) की बलखाती गेंदों के सामने मेजबान टीम ने अपने अंतिम छह विकेट 76 रन जोड़कर गंवा दिए और फालोआन खेल रही पूरी टीम 116.5 ओवर में 386 रन पर आउट हो गई।
करुणारत्ने ने कुसल मेंडिस (110) के साथ शनिवार को दूसरे विकेट की 191 रन की साझेदारी करने के बाद आज मलिंदा पुष्पकुमार (16) के साथ तीसरे विकेट के लिए 40 और एंजेलो मैथ्यूज (36) के साथ पांचवें विकेट के लिए 69 रन जोड़े लेकिन अपनी टीम को पारी की हार से नहीं बचा पाए।
जडेजा के अलावा हार्दिक पंड्या (31 रन पर दो विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (132 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट चटकाए जबकि उमेश यादव (39 रन पर एक विकेट) के खाते में एक विकेट आया।
करुणारत्ने 95 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब जडेजा की गेंद पर लोकेश राहुल ने शार्ट लेग पर उनका कैच टपका दिया। इस सलामी बल्लेबाज ने इसके बाद कोई मौका नहीं दिया और मोहम्मद शमी पर चौके के साथ 224 गेंद में शतक पूरा किया।
भारत को दिन की पहली सफलता 73वें ओवर में मिली जब अश्विन की गेंद पर बेहद खराब शाट खेलते हुए इसे रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में पुष्पकुमार बोल्ड हो गए। जडेजा ने अगले ओवर में कप्तान दिनेश चांदीमल (02) को स्लिप में अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया।
भारत ने 80 ओवर पूरे होते ही नई गेंद ली लेकिन करुणारत्ने और मैथ्यूज ने भारतीय गेंदबाजों को एक बार फिर सफलता से महरूम रखा। तेज गेंदबाजों मोहम्मद शमी और उमेश यादव ने नई गेंद से छोटे स्पैल में गेंदबाजी की लेकिन टीम को सफलता नहीं दिला पाए।
श्रीलंका ने 90वें ओवर में 300 का स्कोर पार किया। करुणारत्ने और मैथ्यूज के बीच 50 रन की साझेदारी 71 गेंद में पूरी हुई। चाय के बाद भी कप्तान कोहली ने जडेजा से गेंदबाजी जारी रखी। बायें हाथ के इस स्पिनर ने भी अपने कप्तान को निराश नहीं किया और चाय के बाद पांचवें ओवर में उनकी गेंद तेजी से उछाल लेते हुए करुणारत्ने के ग्लव्स से टकराकर हवा में उछल गई और पहली स्लिप में खड़े रहाणे ने विकेटकीपर के पीछे आकर आसान कैच लपका। करुणारत्ने ने 307 गेंद की अपनी पारी में 16 चौके मारे। उनका यह स्कोर फालोआन खेलते हुए श्रीलंका की ओर से तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।
जडेजा के अगले ओवर में मैथ्यूज भी तेजी से उछाल लेती गेंद पर विकेटकीपर साहा के हाथों लपके गए। मैथ्यूज ने 66 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा। इसी ओवर में दिलरुवान परेरा (04) भाग्यशाली रहे जब गली में कोहली ने उनका मुश्किल कैच टपका दिया। परेरा हालांकि जडेजा के अगले ओवर में आगे बढ़कर शाट खेलने की कोशिश में पूरी तरह से चूक गए और साहा ने उन्हें स्टंप कर दिया।
धनंजय डिसिल्वा (17) ने जडेजा पर लगातार तीन चौके मारे लेकिन बायें हाथ के इस स्पिनर ने उन्हें स्लिप में रहाणे के हाथों कैच करा दिया। रहाणे ने काफी नीचा कैच लपका जिसके बाद मैदानी अंपायर को फैसले के लिए तीसरे अंपायर का सहारा लेना पड़ा जिन्होंने बल्लेबाज को आउट करार दिया।
निरोशन डिकवेला (31) और रंगना हेराथ (नाबाद 17) ने नौवें विकेट के लिए 41 रन जोड़कर भारत के जीत के इंतजार को बढ़ाया। पंड्या ने डिकवेला को स्लिप में रहाणे के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
अश्विन ने 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे नुवान प्रदीप (01) मिड आन पर शिखर धवन के हाथों कैच कराके भारत को जीत दिलाई। (भाषा)